निर्माणाधीन सड़क कटने से वाहनों का आवागमन बाधित, हो रहे हादसे
कसमार प्रखंड अंतर्गत बरईकला पंचायत के आदिवासी बहुल गांव चैनपुर का मामला, ग्रामीणों में आक्रोश
पेटरवार/कसमार. कसमार प्रखंड अंतर्गत बरईकला पंचायत के आदिवासी बहुल गांव चैनपुर के मुख्य पथ को काट कर छोड़ देने से ग्रामीणों का संपर्क कट गया है. यह गांव बोकारो से 45 किमी दूर बोकारो जिला की सीमांत पहाड़ी तलहटी पर बसा हुआ है. ग्रामीणों के अनुसार गत दो माह से इस कटे हुए पथ पर चार पहिया वाहनों का आवागमन बाधित है, जबकि दोपहिया वाहन, साइकिल व राहगीरों का चलना भी मुश्किल हो गया है. मरीजों को अस्पताल ले जाने व वैवाहिक आयोजनों में भारी कठिनाई होती है.
पुलिया के नाम पर काट कर छोड़ दी गयी सड़क
बताया जाता है कि सड़क सुदृढ़ीकरण योजना के तहत उक्त पथ का निर्माण कराया जाना है. इसके तहत संवेदक के कर्मियों ने चैनपुर गांव घुसने के पूर्व एक पुलिया बनाने के लिए खेत के निकट पथ को काट कर यों ही छोड़ दिया है. हालांकि निर्माण हेतु पत्थर गिराया गया है, पर करीब दो माह से काम बंद है. ऐसे में सड़क के कटे रहने से वाहनों का आवागमन बाधित हो गया है. इससे ग्रामीण आक्रोशित हैं.
सामाजिक आयोजनों में हो रही फजीहत
चैनपुर निवासी महादेव महतो बताते हैं कि हाल में संपन्न पुत्र के वैवाहिक आयोजन में रिश्तेदारों समेत उन्हें भारी परेशानी हुई. इसी गांव के नरेश महतो, रामचंद्र महतो, बरजू महतो, कमल महतो आदि के घरों में संपन्न वैवाहिक आयोजनों में काफी फजीहत उठानी पड़ी. बीमार महिला, वृद्ध व बच्चों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाने में भारी परेशानी हो रही है. ग्रामीणों ने स्थानीय जन प्रतिनिधियों से पहल करने का अनुरोध किया है, पर अभी तक कोई प्रगति नहीं हुई है.
विद्यार्थी, शिक्षक, किसान हैं परेशान
चैनपुर गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय एवं बरईकला गांव स्थित उत्क्रमित उच्च विद्यालय में विद्यार्थियों व शिक्षकों को आवागमन में भारी कठिनाई होती है. चैनपुर प्राथमिक विद्यालय में चुनाव के समय बूथ बनाया जाता है. आगामी विधानसभा चुनाव में और चुनाव के पूर्व बूथ में बिजली, पानी, शौचालय, रैंप सहित अन्य सुविधाओं को बहाल करने के लिए स्थल निरीक्षण होता है. मतदान कर्मियों के आने-जाने के लिए भी सुविधा चाहिए. बरसात सर पर है. इस हैसियत से भी सड़क की अच्छी स्थिति आवश्यक है. सड़क कटने से किसानों को जुताई के लिए ट्रैक्टर आरपार करने में दिक्क़त का सामना करना पड रहा है. पानी बरसने पर समस्या और भी जटिल हो जाती है.
रोजमर्रे में शामिल है हादसा
इस अधूरे पथ से दो पहिया वाहन, साइकिल व पैदल चलने वाले लोग प्रतिदिन दुर्घटनाग्रस्त होते हैं. कसमार फुटलाही गांव के रोहन महतो स्कूटर से चैनपुर स्थित अपनी बहन से मिलने आ रहा था. इसी दौरान इसी जगह पर वाहन समेत गिर गया. इसमें मामूली चोट भी लगी. इसी तरह दिन भर हादसे होते रहते हैं. सड़क निर्माण में हो रहे विलंब का कारण संवेदक से जानने का प्रयास किया गया, पर संपर्क नहीं हो पाया.
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