पानी के लिए ग्रामीणों ने दी चुनाव बहिष्कार की चेतावनी
चास प्रखंड स्थित करहरिया पंचायत के कटका गांव का मामला
चास प्रखंड स्थित करहरिया पंचायत के कटका गांव का मामला
विप्लव सिंह, जैनामोड़, चास प्रखंड के करहरिया पंचायत स्थित कटका गांव के ग्रामीण इस भीषण गर्मी में पानी की समस्या से जूझ रहे हैं. आचार संहिता के बीच बोकारो विधानसभा क्षेत्र के कटका गांव के ग्रामीणों ने इस बार वोटिंग के बहिष्कार की चेतावनी दी है. ग्रामीणों ने कहा कि जब तक समस्या का समाधान नहीं होगा, तब तक वोट नहीं डालेंगे. ग्रामीणों का कहना है कि गांव में पानी की सप्लाई नहीं हो रही है. एक कुआं व एक चापाकल के भरोसे पूरा गांव हैं. आलम यह हैं इस कुआं व चापाकल मे पुरुष व महिलाओं की घंटों कतार लगी रहती है. इतना ना ही नहीं ज्यादा पानी भरने से चापाकल का पानी भी छोड़ देता हैं. इस कारण ग्रामीणों में झगड़ा भी होता है. हालात इस कदर विकट है कि पशुधन के पीने का पानी देने में सोचना पड़ता हैं.तीनों सोलर जलापूर्ति योजना बंद :
ग्रामीणों का कहना है कि गांव में तीन सोलर जलापूर्ति योजना है, लेकिन यह पिछले दो वर्षों से खराब है. यह सभी योजना मुखिया मद से लगाया गया था. इसके बाद एक एक कर रिपेयरिंग नहीं होने के कारण खराब होती चला गया. ग्रामीणों ने कहा कि कई बार मुखिया व बीडीओ से शिकायत की गयी, लेकिन अभी तक किसी ने इस पर संज्ञान नहीं लिया. क्षेत्र में किसी भी प्रकार की पेयजल सुविधा ना होने से गांव की महिलाओं को मीलों दूर स्थित कुएं से पानी लाने के लिए मजबूर होना पड़ता है. गांव के लोग अभी भी गरगा नदी में भी नहाने को मजबूर हैं. दो वर्षों से गंभीर पेयजल संकट का सामना कर रहे हैं. वहीं इस मामले में चास बीडीओ प्रदीप कुमार ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है. तीनों सोलर जलमीनार को लोकसभा चुनाव के बाद बनवा दिया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है