विसरा जांच से खुलेगा तेनुघाट के कैदी औरंगजेब की मौत का राज
तेनुघाट उपकारा में बंद कैदी मो. औरंगजेब की मौत का मामला
संवाददाता, बोकारो.
तेनुघाट उपकारा में बंद कैदी मोहम्मद औरंगजेब अंसारी की मौत के बाद गुरुवार की रात को चास अनुमंडल अस्पताल में तीन चिकित्सकों (डीएस डॉ आभा इंदु तिर्की, डॉ रवि शेखर व डॉ श्वेता ) की टीम ने उसके शव का पोस्टमार्टम किया. जांच-पड़ताल के बाद कैदी के पोस्टमार्टम रिपोर्ट को लेकर विसरा सुरक्षित रखा गया. मौत की वजह जानने के लिए टीम ने विसरा को जांच के लिए रांची भेज दिया. विसरा जांच के बाद ही अब कैदी की मौत की वजह सामने आयेगी.क्या है पूरा मामला :
तेनुघाट उपकारा के कैदी मो. औरंगजेब अंसारी की तबीयत अचानक गुरुवार को खराब हो गयी. सुबह उसे बेहोशी की हालत में तेनुघाट अनुमंडलीय अस्पताल ले जाया गया. प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए मो. औरंगजेब को बोकारो सदर अस्पताल कैंप दो रेफर कर दिया गया. सदर अस्पताल पहुंचने पर जांच-पड़ताल के बाद चिकित्सकों ने कैदी को मृत घोषित कर दिया. सदर उपाधीक्षक डॉ अरविंद कुमार ने मौत की पुष्टि कर दी. इसके बाद गुरुवार की रात को ही मृत कैदी के शव का पोस्टमार्टम चास अनुमंडल के तीन चिकित्सकों की टीम ने किया था. इस संबंध में तेनुघाट जेल के जेलर नीरज कुमार ने बताया था कि मो.औरंगजेब को दिसंबर 2023 में प्रशासनिक आधार पर धनबाद जेल से तेनुघाट उपकारा भेजा गया था. आर्म्स एक्ट के एक मामले में औरंगजेब को छह साल की सजा हुई थी. इसके साथ ही उस पर अन्य मुकदमें भी चल रहे थे. 16 अगस्त को अचानक उसके पेट में दर्द हुआ. उसका इलाज अस्पताल में डॉ शंभु कुमार ने किया. उसे तेनुघाट जेल अस्पताल के वार्ड में रखा गया. गुरुवार की सुबह अचानक उसकी छाती में दर्द उठा था. वह बेहोश हो गया. इसके बाद अनुमंडल अस्पताल तेनुघाट भेजा गया. इसके बाद बेहतर इलाज के लिए बोकारो सदर अस्पताल भेजा गया. चिकित्सक के अनुसार रास्ते में ही उसकी मौत हो गयी थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है