श्री अयप्पा पब्लिक स्कूल में मना विशु कनी महोत्सव

श्री अयप्पा स्कूल में मना विशु कनी महोत्सव

By Prabhat Khabar News Desk | April 14, 2024 12:51 AM

बच्चों को प्रकृति के निकट लाने का पर्व है विशु कनी : शैलजा

वरीय संवाददाता, बोकारो

केरल राज्य में मलयालम महीने मेष संक्रांति के दिन ””””विशु कनी”””” का पर्व मनाया जाता है. केरल में रहने वाले लोग इस त्योहार को नव वर्ष के रूप में मनाते हैं. पहली बार श्री अयप्पा पब्लिक स्कूल-सेक्टर 05 में भी ””””विशु कनी”””” पर्व मनाया गया. स्कूल प्रांगण में विशु के एक दिन पहले ‘कनी’ दर्शन की सामग्री इकट्ठा करके सजायी गयी.

नये अनाज, नया कपड़ा, ककड़ी, कच्चा आम : उरली एक कांसे के बर्तन में चावल, तरह-तरह के नये अनाज, नया कपड़ा, ककड़ी, कच्चा आम, पान का पत्ता, सुपारी, कटहल, नई सब्जियां, आइना, अमलतास व विभिन्न प्रकार के फूल…नये वर्ष के प्रतीक के रूप में रखे गये और उनके बीच श्री कृष्ण की सुंदर प्रतिमा सजा कर रखी गयी. विद्यालय में सुंदर और पारंपरिक रंगोली भी बनायी गयी. प्रांगण की सुंदर साज-सज्जा की गयी. दीपक भी जलाया गया. विद्यालय के कुछ बच्चों ने श्री कृष्ण की वेश-भूषा में सुंदर झांकी भी प्रस्तुत की. खीर का वितरण किया गया.

जोश-उल्लास भरेगा नया वर्ष व पर्व : डॉ महापात्रा

विशु पर्व के साथ विद्यालय प्रांगण में डॉ आंबेडकर जयंती भी मनायी गयी. इस अवसर पर संविधान के निर्माता डॉ भीमराव आंबेडकर की वेश-भूषा में भी बच्चे मौजूद थे, जो उनके जीवन के विभिन्न पहलुओं को दर्शा रहे थे. निदेशक डॉ एसएस महापात्रा ने कहा : नये वर्ष के आगमन के साथ यह पर्व हम में नया जोश व उल्लास भरेगा. आंबेडकर की जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए.

बुराई पर अच्छाई के जीत का प्रतीक है विशु पर्व

प्राचार्या पी शैलजा जयकुमार ने कहा : विशु पर्व प्रकृति की ओर से मिलने वाली विभिन्न धन-धान्य व संपदाओं के महत्व को बताता है. पर्व बच्चों को प्रकृति के निकट लाने व उनसे मिलने वाले विभिन्न अनाजों, फलों व सब्जियों के महत्व के बारे में बताने का है. पर्व बुराई पर अच्छाई के जीत का भी प्रतीक है.

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