बोकारो थर्मल. बोकारो थर्मल स्थित डीवीसी के निदेशक भवन में शनिवार को गोविंदपुर के रैयतों व विस्थापितों की वार्ता डुमरी विधायक जयराम महतो की मौजूदगी में प्रबंधन के साथ हुई. सांसद प्रतिनिधि जितेंद्र यादव, मुखिया विश्वनाथ महतो, रोशनलाल यादव, जलेश्वर महतो, सुनील कुमार महतो, रंजन महतो, नरेश प्रजापति, संजय महतो, रंजन महतो आदि भी थे. प्रबंधन की ओर से एचओपी सुशील कुमार अरजरिया, एफजीडी के वरीय जीएम एसएन प्रसाद, डीजीएम बीजी होलकर, एचआर के प्रबंधक रोहित कुमार थे. विस्थापितोंं व रैयतों ने सीएसआर के तहत फ्री बिजली, पानी, स्थानीय मार्केट की दुकानों के आवंटन में प्राथमिकता, सब्जी मार्केट में गोविंदपुर की सब्जी बेचने वाली महिलाओं को स्थान, पावर प्लांट में कार्यरत कंपनियों में नियोजन, विस्थापितों के बच्चों के लिए स्कूल बस आदि मांगें रखी.
अधिकारियों ने कही ये बात
एचओपी व डीजीएम ने कहा कि सभी को मीटर के ही तहत बिजली लेने के लिए अप्लाई करना चाहिए. बाजार की जिन दुकानों को खरीदा या बेचा गया है, उसकी जांच के लिए केवाइसी कराया जा रहा है. सड़क पर सब्जी बेचने वाली महिलाओं व झारखंड चौक पर सड़क किनारे दुकान लगाने वालों को दुर्घटना से बचाने के लिए ही मना किया जाता है. पावर प्लांट में कार्यरत कंपनियों में विस्थापितों व स्थानीय को ही काम पर रखा जा रहा है. डुमरी विधायक ने कहा कि लोगोंं की मांगें जायज हैं और प्रबंधन को इसे 26 जनवरी तक पूरा कर देना चाहिए. ऐसा नहीं हुआ तो आंदोलन किया जायेगा.
वार्ता में नहीं आये बेरमो विधायकमालूम हो कि विस्थापित एवं स्थानीय संघर्ष समिति की स्थानीय कमेटी की मांगों को लेकर बेरमो विधायक कुमार जयमंगल की मौजूदगी में डीवीसी प्रबंधन के साथ निदेशक भवन में वार्ता की तिथि शनिवार को तय थी. डीवीसी प्रबंधन ने डुमरी विधायक को भी आमंत्रित किया था. डुमरी विधायक के आने के कारण समिति की स्थानीय कमेटी ने वार्ता का बहिष्कार कर दिया. संघर्ष समिति के पदाधिकारियों व भाकपा माले नेता विकास सिंह का कहना था कि डीवीसी प्रबंधन जानबूझकर मामलों को उलझा कर रखना चाहता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है