झुमरा की तलहटी में बसे मोढा गांव में गहराया जल संकट
झुमरा की तलहटी में बसे मोढा गांव में गहराया जल संकट
ललपनिया. गोमिया प्रखंड अंतर्गत तिलैया पंचायत के संताली बहुल गांव मोढा के लोग भीषण पेयजल संकट से जूझ रहे हैं. झुमरा पहाड़ की तलहटी में बसे इस गांव के महिलाएं व पुरुष लगभग एक किमी दूर जंगल में पत्थल चुआं से कटोरी-कटोरी पानी निकाल कर बर्तन में भरते हैं. पानी इतना कम निकलता है कि एक डेगची पानी भरने आधा से एक घंटे तक समय लग जाता है. महिलाओं को कतार में पानी लेने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है. अगर चुआं का पानी सूख गया तो खाली बरतन लेकर लौट जाना पड़ता है. ग्रामीणों का कहना है कि झुमरा से गिरने वाला नाला का पानी भी सूख गया है. गांव में मनरेगा के तहत बना कूप भी दगा दे गया. पत्थल चुआं आने-जाने में जंगली जानवरों का भय भी रहता है. गांव में आवागमन के लिए सड़क भी नहीं है. जब वोट का समय आता है तो नेता आते हैं और विकास करने की बात कह कर चले जाते है. ग्रामीण सोना मांझी, बाबूदास मांझी, यासीन मांझी, सुनील मांझी, सहदेव टुडू, दीपचंद महतो, रामचन्द्र महतो, बड़की देवी, सझली देवी, रानी देवी, मिनी देवी, मिली देवी, अशोक बास्के, आशा देवी, ठाकुर मुनी देवी, बिरासो मुनी देवी, मैंको देवी ने उपायुक्त से समस्याओं को दूर कराने की मांग की है. स्थानीय मुखिया चिंता देवी का कहना है कि डीप बोरिंग कर मोढा गांव की समस्या का हल किया जा सकता है. सड़क की समस्या प्रखंड स्तरीय बैठक में रखी गयी है. मामले पर बीडीओ महादेव कुमार ने कहा कि प्रखंड व जिला स्तर से समस्याओं का समाधान कराया जायेगा. वन भवन रांची के अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक संजीव कुमार ने मोढा गांव के निकट झुमरा से निकलने वाले नाला के पास चेक डैम निर्माण कराने की बात कही. कहा कि इस संबंध में बोकारो के डीएफओ से जांच पड़ताल करायी जायेगी.
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