Bokaro News : पूरी कॉलोनी में नहीं बिछी है पेयजलापूर्ति की पाइपलाइन
Bokaro News : प्रभात खबर पाठक संवाद कार्यक्रम में चीराचास के प्राप्ति एस्टेट कॉलोनी के लोगों ने गिनायी जन समस्याएं
Bokaro News : बोकारो के चीराचास में वर्षों पहले कई कॉलोनियां बसी हैं. प्रत्येक कॉलोनी में अपार्टमेंट, डुप्लेक्स सहित अलग-अलग तरह के मकानों में हजारों लोग रह रहे हैं. चीराचास में बसने वाले ज्यादातर लोग समय पर होल्डिंग टैक्स और बिजली बिल जमा करते हैं, लेकिन निगम प्रशासन सहित अन्य विभागों से सुविधाएं नहीं मिलने से लोगों को परेशानी हो रही है. रविवार को चीराचास स्थित प्राप्ति एस्टेट कॉलोनी आयोजित प्रभात खबर पाठक संवाद कार्यक्रम में दर्जनों लोगों ने अपनी समस्याएं साझा कीं.
गरमी में पेयजल को लेकर होती है परेशानी :
कार्यक्रम में कॉलोनी के सदस्य बिनोद कुमार, अश्विनी कुमार, भीम लाल साह, बीके सिंह, यूपी सिंह, पीके झा, एससी झा, एसएन मिश्रा, हरेराम राय आदि ने कहा कि इस कॉलोनी में वर्षों से करीब 200 परिवार रह रहे हैं. यहां की आबादी लगभग एक हजार है, लेकिन अभी तक कॉलोनी में निगम की ओर से पेयजलापूर्ति की पाइपलाइन नहीं बिछायी गयी है, कॉलोनी का सर्वे कराया गया और जलापूर्ति का पाइप भी गिरा, लेकिन कुछ दिन बाद एजेंसी वाले पाइप को दूसरे जगह ले गये. प्राप्ति एस्टेट में पाइपलाइन विस्तार का कार्य नहीं हुआ. हमलोग बोरिंग के भरोसे हैं, लेकिन धीरे-धीरे भू जलस्तर नीचे जाने से गर्मी के दिनों में पीने के पानी को लेकर परेशानी खड़ी हो जाती है. पूरी कॉलोनी में पाइपलाइन का विस्तार हो जायेगा तो सभी को आसानी से पेयजल मिलने लगेगा.चुनाव नहीं होने से मनमाने तरीके से हो रहा है काम :
प्रभात खबर पाठक संवाद के दौरान लोगों ने सरकार से एक स्वर में निगम चुनाव कराने की मांग की. सामाजिक कार्यकर्ता अंबुज मंडल,ओपी बर्मन, केपी सिंह, अमरेंद्र त्यागी, नीलेश सिंह, राजू सिंह, बीरेंद्र प्रसाद, आरएन राय, के शर्मा, बिनोद कुमार सहित अन्य ने कहा कि चास नगर निगम का चुनाव 2020 से लंबित है. पांच साल से बिना जनप्रतिनिधि के निगम चल रहा है. पहले कुछ भी समस्या होती थी तो उसका समाधान निगम के संबंधित वार्ड पार्षद कराते थे, लेकिन अभी सुनने वाला कोई नहीं है. वर्तमान में अधिकारी द्वारा सिर्फ आश्वासन ही मिलता है. कहा कॉलोनी में नियमित रूप से कचरा उठाव नहीं होता है. कचरा गाड़ी आने का कोई समय निर्धारित नहीं है. कभी-कभी सप्ताह भर गाड़ी नहीं आती है. मजबूरन घर के कचरे को सड़क किनारे फेंकना पड़ता है. डोर टू डोर कचरा लेने का नियम है, लेकिन उसका पालन नहीं हो रहा है.पूरी कॉलोनी में मच्छरों का प्रकोप है, लेकिन निगम की ओर से नियमित फॉगिंग नहीं करायी जाती है.मुख्य पथ पर नहीं जलती है स्ट्रीट लाइट :
पाठक संवाद के दौरान महादेव झा, नीरज उपाध्याय, एसके सिन्हा, एपी शरण, पीएच द्विवेदी, एसएन प्रसाद, अशोक सिंह, जीएस उपाध्याय, एस कुमार, सीडी सिंह आदि ने बताया कि कॉलोनी आने वाले मुख्य पथ पर ज्यादातर स्ट्रीट लाइट खराब है. उनलोगों को रात में आवागमन में बहुत परेशानी होती है. साथ ही कॉलोनी के अंदर लगी लाइट भी खराब है. मुख्य पथ पर अंधेरा रहने से आवारा कुत्ते बहुत परेशान करते हैं. रात को डर से बच्चे और बुजुर्ग बाहर नहीं निकलते हैं. जल्द से जल्द सभी लाइट का मरम्मत करायी जाये, ताकि लोग आराम से आवागमन कर सकें. कहा कि जर्जर बिजली तार में अचानक आग लग जाती है, जिसके कारण कभी भी बड़ी दुर्घटना घट सकती है. लोगों ने कॉलोनी में लगे बिजली के जर्जर तार को बदल कर कवर्ड वायर लगाने की मांग की.बोले अधिकारी :
नगर निगम चास के अपर नगर आयुक्त संजीव कुमार ने कहा कि संबंधित एजेंसी को सभी छूटी हुई कॉलोनी में पेयजलापूर्ति का पाइपलाइन बिछाने का निर्देश दिया जायेगा. साथ ही कचरा उठाव कार्य को नियमित करने के लिए सफाई एजेंसी को सख्त निर्देश देंगे. कॉलोनी के लोग अपनी समस्या की जानकारी सीधे निगम को दें. हर समस्या का समाधान जल्द-से-जल्द किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है