बोकारो : थर्मललॉकडाउन में काम बंद होने के बाद बोकारो थर्मल क्षेत्र की गोविंदपुर ई पंचायत की टीएच कॉलेनी में रहनेवाले 30 दिहाड़ी मजदूरों के समक्ष रोजी-रोटी का संकट उत्पन्न हो गया है. यहां रहने वाले करीब 30 परिवारों के समक्ष खाने के लाले पड़े हैं. लॉकडाउन से प्रभावित मजदूरों और उनके परिवारों को कहीं से कोई मदद नहीं मिल रही है. प्रभावित मजदूरों का कहना है कि पंचायत की मुखिया ने यह कह कर हाथ खड़ा कर दिया है कि वे पंचायत के नहीं हैं और ना ही वोटर लिस्ट में उनका नाम है. प्रशासन से भी कोई मदद नहीं मिल रहा है. टीएच कॉलोनी में रहने वाली 70 वर्षीय वृद्धा प्यासो देवी, उसकी बहू इजरी देवी और पोता के पास खाने को कुछ भी नहीं हैं.
यही स्थिति माजिद अंसारी, ईशरत, खलील अंसारी, सईदन खातून, शकीला खातून, क्रांति रविदास, अर्जुन सिंह, बसंत आदि की है. इन लोगों ने बताया कि पहले ठेला चलाकर, ईंट भट्टा में काम कर तथा सीसीएल के लोकल सेल में कोयला लोडिंग कर गुजारा चलाते थे, लेकिन लॉकडाउन में सारा काम बंद हो गया है. जमा पैसे भी खाने में खत्म हो गये हैं. अब खाने के लाले पड़े हैं. हमलोगों के पास राशन कार्ड भी नहीं है. पंचायत से कोई मदद नहीं मिल रही है.
दीदी किचन में मजदूरों को मिल रहा खाना : मुखिया इस संबंध में गोविंदपुर ई पंचायत की मुखिया रेखा महतो का कहना है कि पंचायत सचिवालय में मुख्यमंत्री दीदी किचन चल रहा है. दीदी किचन में प्रभावित मजदूरों और जरूरतमंदों को खाना खिलाया जा रहा है. प्रभावित मजदूर रोज यहां आते हैं और भोजन कर चले जाते हैं. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में सभी जरूरतमंदों को मदद की जा रही है.
सीएसआर मद से उपलब्ध कराया जायेगा राशन : सीओ बेरमो के सीओ मनोज कुमार ने कहा कि स्थानीय डीवीसी प्रबंधन से बाद कर सीएसआर मद से प्रभावित मजदूरों को राशन उपलब्ध कराया जायेगा. उन्होंने यह भी कहा कि ऊपर से कोई आदेश नहीं आया है, जिसके कारण समस्या हो रही है़