Year Ender 2023: इस वर्ष जमीन विवाद के नाम रहे अधिकांश मामले, देखें बोकारो में सालभर के अपराध के आंकड़ें
बोकारो में इस साल के अपराध के आंकड़ें देखें, तो सबसे ज्यादा ममाले जमीन विवाद के नाम रहे. उनमें से तीन ने तो इस साल खूब सुर्खियां भी बटोरीं. पुलिस को इसे सुलझाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी. वहीं नक्सल विरोधी अभियान में भी बोकारो पुलिस को अच्छी सफलता मिली. जबकि, अन्य मामलों में भी कई गिरफ्तार हुए.
बोकारो, रंजीत कुमार : बोकारो में अपराध के आंकड़ों की बात करें, तो वर्ष 2023 में अधिकांश मामले जमीन विवाद से जुड़े आये. तीन मामला सर्वाधक चर्चित रहा, जिन्होंने बोकारो-चास ही नहीं बल्कि पूरे राज्य स्तर पर सुर्खियां बटोरी. मामले को निपटाने में कई जिलों की पुलिस के अलावा बोकारो एसपी प्रियदर्शी आलोक को अंतरप्रांतीय पुलिस की भी सहायता लेनी पड़ी. आखिरकार मामला सुलझा लिया गया. तीनों घटनाक्रम के सभी आरोपी फिलहाल जेल में बंद हैं. मामले के पटाक्षेप में सिटी डीएसपी कुलदीप कुमार, चास एसडीपीओ पुरुषोत्तम सिंह, पिंड्राजोरा थाना, चास थाना और चास मुफस्सिल थाना का योगदान अहम रहा. तीनों मामलों में एसपी आलोक ने एसआईटी गठित की, जिसमें सेक्टर चार इंस्पेक्टर अमित रौशन कुल्लू, बीएस सिटी इंस्पेक्टर संजय कुमार, सेक्टर छह इंस्पेक्टर अनिल कच्छप, सेक्टर 12 इंस्पेक्टर दुल्लड चौडे, चास इंस्पेक्टर संतोष कुमार, हरला इंस्पेक्टर प्रभाकर मुंडा, माराफारी इंस्पेक्टर आशीष खाखा सहित अन्य इंस्पेक्टर्स को रखा गया था.
पहला चर्चित मामला
24 मई को पिंड्राजोरा थाना क्षेत्र के चौरा गांव के सुरेश मुर्मू की हत्या फोरलेन के समीप भू-माफियाओं ने कर दी. भू-माफिया जमीन को हथियाना चाह रहे थे, जिसमें सुरेश मुर्मू रोडा बन रहे थे. 24 मई को जमकर मारपीट की घटना हुई. जिसमें आधा दर्जन लोग घायल हो गये. इलाज के दौरान सुरेश मुर्मू की मौत हो गयी. मामले की जानकारी सीएम हेमंत सोरेन को आदिवासी संगठन से जुड़े लोगों ने दी. 25 मई को चार और 29 मई को एक आरोपी ने सरेंडर कर दिया. सभी जेल में है.
दूसरा चर्चित मामला
19 जून को चास थाना क्षेत्र के फुदनीडीह गांव के विष्णु शर्मा की हत्या जमीन विवाद में शिवपुरी कॉलोनी में सरेशाम गोली मारकर कर दी गयी. मामला 30 लाख रुपये के लेन-देन के रूप में सामने आया, जिसमें शिवपुरी कॉलोनी के ही दो लोगों की संलिप्तता सामने आयी. एक ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया. दूसरे को बिहार में घेराबंदी की गयी. आरोपी को वापस भागने के क्रम में रांची में स्थानीय पुलिस के सहयेाग से पकड़ा गया. मामला सीएम के संज्ञान में था. इस मामले में भी सभी जेल में है.
तीसरा चर्चित मामला
19 अक्टूबर को माराफारी थाना क्षेत्र के बांसगोडा की रहनेवाली अमीषा को जमीन विवाद में जला दिया गया. जलाकर मारने का आरोप मृतका की माता व एक स्थानीय परिवार पर लगा. अभियुक्तों की घेराबंदी की गयी. इस क्रम में आरोपी परिवार की महलाएं व बेटियों को जेल भेजा गया. मृतका की माता को भी जेल भेज दिया गया. वहीं मुख्य आरोपी को दो दिनों के बाद घेराबंदी कर पकड़ लिया गया. फिर उसे भी जेल भेज दिया गया. इस मामले की जानकारी सीएम को भी दी गयी.
इस साल पांच नक्सली सहित 1131 अभियुक्त गये विभिन्न कांडों में जेल
वर्ष 2023 में नक्सल विरोधी अभियान में पांच जनवरी को चंदु मांझी, 20 मार्च को मंगर मांझी, 15 जून को मांझी, 31 जुलाई को साहेब राम मांझी को पकडा गया. 10 फरवरी को 15 लाख का ईनामी नक्सली माओवादी मिथलेश महतो उर्फ दुर्योधन महतो उर्फ बड़का दा उर्फ बड़ा बाबू उर्फ अवधेश ने बोकारो पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया था. वाहन चोरी के आरोप में 64 अभियुक्तों गिरफ्तार कर 49 चोरी के वाहन बरामद किया गया. 851 अभियुक्तों को विभिन्न कांड और वारंट में गिरफ्तार किया गया. कोयला चोरी से संबंधित 72 कांड में 75 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया. इसमें 81 मोटरसाइकिल, दो ट्रैक्टर, एक टेंपो, एक हाइवा ट्रक व पांच ट्रक को जब्त किया गया. वहीं 418 टन अवैध कोयला जब्त हुआ. पोक्सो और बलात्कार के 81 मामलों में 89 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया. अवैध शराब के विरूद्ध कार्रवाई करते हुए 25 अभियुक्तों को जेल भेजा गया. अवैध देसी शराब (देसी महुआ) 1702 लीटर, विदेशी शराब 773.255 लीटर बरामद किया गया. अवैध आग्नेयास्त्र के विरूद्ध कार्रवाई करते हुए 27 अभियुक्त पकड़ाये. उनके पास से पांच देसी कट्टा, तीन देसी पिस्तौल, 18 जिंदा गोली और दो खोखा बरामद किया गया.
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