रांची : राज्य सरकार की ओर से लॉकडाउन में छूट दिये जाने के बाद से बसों का परिचालन शुरू करने को लेकर तैयारी हो रही है. झारखंड बस ओनर्स एसोसिएशन के अनुसार एक सितंबर से 3,000 बसों को सड़कों पर उतारने की तैयारी है.
एसोसिएशन ने कहा कि जब तक कोरोना की गाइडलाइन लागू रहेगी, तब तक यात्रियों को पहले के मुकाबले डेढ़ से दो गुना ज्यादा किराया देना पड़ेगा. स्थिति सामान्य होते ही किराये में राहत दी जायेगी. झारखंड बस ओनर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने रविवार को राज्य के 14 जिलों में बैठकें की.
इनमें एक को छोड़ कर शेष 13 जिलों के एसोसिएशन ने बसों के किराये में 70 से 100 फीसदी तक वृद्धि की बात कही है. हालांकि, इस पर अंतिम निर्णय झारखंड बस ओनर्स एसोसिएशन को लेना है. एसोसिएशन के अध्यक्ष एसएन सिंह और अन्य पदाधिकारी सोमवार को राज्य के परिवहन सचिव को अपने निर्णय से अवगत करायेंगे. एसोसिएशन के अनुसार, रामगढ़, लोहरदगा, दुमका, गोड्डा और बोकारो जिले में अब तक बैठक नहीं हुई है.
श्री सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार ने बसों की पेपर वैलिडिटी 31 दिसंबर तक करने का निर्देश दिया था, लेकिन राज्य सरकार ने अब तक इस संबंध में अधिसूचना जारी नहीं की है. इधर रांची बस ओनर्स एसोसिएशन ने चेतावनी दी है कि 16 सितंबर तक टैक्स माफ करने का निर्णय सरकार नहीं लेती है, तो कड़ा रुख अपनाया जायेगा. 16 सितंबर के बाद बसों का परिचालन ठप करने का भी निर्णय लिया जा सकता है.