Chaibasa News : एसीसी कंपनी को जमीन देने वाले 45 रैयतों को नहीं मिला रोजगार, आक्रोश

झींकपीनी. एसडीओ को सौंपा ज्ञापन, तीन फरवरी को होगी समीक्षा

By Prabhat Khabar News Desk | January 16, 2025 12:02 AM

चाईबासा.झींकपानी स्थित एसीसी कंपनी को जमीन देने वाले 45 रैयतों को तीन माह बाद भी सीमेंट कारखाना में रोजगार नहीं मिला है. नाराज रैयतों ने बुधवार को एसडीओ कार्यालय पहुंचकर शिकायत पत्र सौंपा. रैयतों ने कहा कि एफ-2 भूमि के एवज में चयनित सभी 45 रैयतों को एसीसी के अडानी ग्रुप के प्रबंधक ने 10 अक्तूबर, 2024 को लिखित रूप से तीन माह के अंदर ठेकेदार के माध्यम से राेजगार देने की बात कही थी. प्रबंधक के खिलाफ धोखाधड़ी मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की. आवेदन की प्रतिलिपि कोल्हान आयुक्त, अनुमंडल पदाधिकारी, अपर उपायुक्त, झींकपानी के अंचलाधिकारी, टोंटो के अंचलाधिकारी, गुमडा पीढ के इलाका मानकी व झींकपानी एवं टोंटो थाना प्रभारी को दी गयी है.

मात्र 13 लोगों को नौकरी दी गयी

एसडीओ संदीप अनुराग तोपनो ने बताया कि रैयतों ने विधानसभा चुनाव से पूर्व झींकपानी में सड़क जाम किया था. कंपनी को कुल 45 रैयतों को नौकरी देनी थी, लेकिन मात्र 13 लोगों को नौकरी दी गयी है. बुधवार को रैयतों व कंपनी प्रबंधक को बुलाया गया था. मामले की समीक्षा 3 फरवरी को होगी. इसमें कंपनी प्रबंधक और रैयतों को उपस्थित रहने को कहा गया है.

रैयतों ने ये की पांच मांगें

1- कंपनी यदि एफ-2 भूमि के एवज मेंचयनित 45 व्यक्तियों को स्थायी नौकरी नहीं दे सकती है तो उन्हें एक मुश्त राशि भुगतान करे2- ठेकेदारी में कार्य करते हुए किसी का उम्र 40- 45 वर्ष हो जाती है और वह कार्य करने में असमर्थत होता है या किसी कारणवश मृत्यु हो जाती है तो परिवार के वारिसों को नौकरी पर रखा जाए. 3- अन्य सुविधा गुड, सोडा, तेल- साबुन, हॉस्पीटल आदि उपलब्ध कराया जाए

4- प्रभावित क्षेत्र में आने वाले मूलभूत सुविधा बिरसा शिक्षा, स्वास्थ्य सिंचाई की सुविधा पानी व बिजली कंपनी द्वारा ठेकेदार के माध्यम से धरातल पर काम हो.

5. रैयतों ने कहा है कि कंपनी यदि इन बिंदुओं पर कोई पहल नहीं करती है तो 3 जुलाई 2001 के एमयू को निरस्त कर एफ-2 भूमि को खेती योग्य बनाकर पुन: रैयतों को जमीन तीन माह के अंदर वापस करे.

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