चाईबासा.मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आदेश के बाद पांच बेसहारा बच्चों की शिक्षा, राशन, पोषण की व्यवस्था समेत उनकी नानी के लिए भी पेंशन की स्वीकृति प्रदान कर दी गयी है. मुख्यमंत्री ने इस संबंध में उपायुक्त चाईबासा को पीड़ित परिवार को हर जरूरी सरकारी योजनाओं से जोड़ने व बच्चों की पढ़ाई के लिए व्यवस्था करने का निर्देश दिया था.
बच्चों का न आधार कार्ड है न जन्म प्रमाण पत्र
उपायुक्त ने बताया कि बीडीओ के द्वारा असुरा गांव जाकर पीड़ित परिवार से भेंट की गयी है. इस दौरान पता चला कि बच्चों का ना तो आधार कार्ड है और ना ही जन्म प्रमाण पत्र. बुजुर्ग नानी को पूर्व में पेंशन मिलती थी, जो किसी कारणवश बंद हो गयी. बीडीओ के द्वारा सभी बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र, आधार पंजीयन की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है.
स्कूल व आंगनबाड़ी में होगा बच्चों का दाखिला
तीन बच्चों का नामांकन स्थानीय विद्यालय में व एक बच्चे का नामांकन आंगनबाड़ी में करवाने की प्रक्रिया व सामाजिक सुरक्षा योजना से जोड़ने के लिए सभी प्रकार के कागजात को भी अद्यतन किया जा रहा है.
यह है मामला
मुख्यमंत्री को जानकारी मिली कि पश्चिमी सिंहभूम के झींकपानी प्रखंड स्थित असुरा गांव निवासी साहू पूर्ति व दुखी पूर्ति की मृत्यु 24 नवंबर 2024 को हो जाने के बाद उनके पांच बच्चे बेसहारा हो गये हैं. बच्चे को देखने वाले उनकी बुजुर्ग नानी सामाजिक सुरक्षा पेंशन से वंचित हैं. इसकी जानकारी के बाद मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवार सरकारी योजनाओं से जोड़ने एवं बच्चों की शिक्षा सुनिश्चित करने का आदेश दिया था.
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