15.9 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

Chaibasa News : ”बाला” रस्म से शादी करने की परंपरा निभाये समाज

आदिवासी हो महासभा का वार्षिक अधिवेशन, पदाधिकारियों ने शादी के नियमों की दी जानकारी

चाईबासा.पारंपरिक शादी-विवाह को कायम रखने के लिए शनिवार को आदिवासी हो समाज महासभा का मझगांव प्रखंड के घोड़ाबांदा गांव में अधिवेशन प्रारंभ हुआ. अधिवेशन के उद्घाटन सत्र में अध्यक्ष मुकेश बिरुवा ने वार्षिक अधिवेशन के उद्देश्यों के बारे जानकारी दी. वहीं, प्रतिनिधि सभा में ग्रुप बनाकर प्रतिनिधियों ने हो समाज के शादी के संबंध में आवश्यक निर्णय पर बात की. इस दौरान बताया गया कि शादी के लिए जब प्रक्रिया शुरू होगी, तो सबसे पहले परंपरा के अनुसार ‘बाला’ होगा. बाला में सर्वप्रथम लड़की के यहां शादी की बात के लिए जाना होगा, लेकिन यदि शादी लड़का-लड़की स्वयं या लव मैरिज कर लें, तो उस स्थिति में लड़के के यहां ””बाला’ की प्रक्रिया शुरू होगी. बाला में अपने पारंपरिक चटाई- जटि (बैठका) पर बैठक कर शादी के संबंध में बात तय करनी होगी. पारंपरिक चटाई में मेरोम ईई और दुबी तसड यानी दूब घास की परंपरा पूर्ण करनी होगी.

क्या हैं बाला के नियम

बाला के लिए पारंपरिक चटाई पूर्व-पश्चिम दिशा में बिछानी होगी. लड़के के यहां बाला में लड़के वाले लोग पूर्व की दिशा में मुंह करके बैठते हैं. यदि लड़की के यहां बाला होता है, तो लड़की पक्ष पूरब की दिशा में मुंह करके बैठते हैं. वहीं, लड़के के यहां बाला में लड़के वाले लोग पूरब की दिशा में मुंह करके बैठते हैं. सुबह 10 बजे से शुरू हुआ अधिवेशन देर रात तक चलता रहा.

प्रतिनिधियों का रजिस्ट्रेशन शुरू हुआ

इस अधिवेशन की शुरुआत ग्राम दियुरी व महासभा के सांस्कृतिक सचिव ने पूजा-पाठ कर शुरुआत की. इसके बाद महासभा के नियमावली के तहत महासभा का झंडा भी फहराया गया व प्रतिनिधियों का रजिस्ट्रेशन शुरू हुआ. मौके पर बिहार विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष देवेंद्र नाथ चांपिया, भूषण पाट पिंगुवा, कालीचरण मुंडा, युवा हो समाज महासभा के गब्बर सिंह, समाज के प्रति चिंतन रखने वाले रमेश जेराई, रमाय पुरती, बामिया बारी, चैतन्य कुंकल, तरुण चातर, यदुनाथ तियू, सोमा कोडा, रामसिंह सामद, गाेबिंद बिरुवा व सिकंदर बिरूवा के अलावा ओडिशा, खरसावां आदि जगहों से समाज के लोग शामिल हुए

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें