चाईबासा: राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान, करनाल (हरियाणा) के तत्वावधान में शनिवार को चाईबासा के खूंटकट्टी मैदान में तीन दिवसीय डेयरी मेला व कृषि प्रदर्शनी की शुरुआत हुई. इसका उद्घाटन मुख्य अतिथि केन्द्रीय कृषि व किसान कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा ने किया. उन्होंने कहा कि कोल्हान की धरती की पृष्ठभूमि ऐतिहासिक है. पारंपरिक खेती वाले इस क्षेत्र में दुग्ध उत्पादन बहुत कम है. प्रत्येक व्यक्ति दूध की खपत 459 मिली लीटर है. खपत बढ़ने से आय के साथ सेहत भी सुधरेगी. उन्होंने कहा कि हमारा देश दुग्ध उत्पादन में प्रथम स्थान पर है. झारखंड में पशुपालन व डेयरी के क्षेत्र अभी बहुत संभावनाएं हैं. उन्हने किसानों से आह्वान किया कि एनडीआरआई के साथ जुड़कर डेयरी क्षेत्र की नवीनतम तकनीकियों को अपनायें, जिससे रोजगार के अवसर मिले. जनजातीय क्षेत्र में पशुधन व कृषि के चहुंमुखी विकास के लिए इस मेले का आयोजन किया जा रहा है.
पशुपालन व डेयरी का अर्थव्यवस्था में 5 प्रतिशत का योगदान
श्री मुंडा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने 2047 तक विकसित भारत बनाने का संकल्प लिया है. इसके लिए कृषि एवं पशुपालन प्रौद्योगिकियां देश के प्रत्येक किसान के दरवाजे तक पहुंचनी चाहिए. ये प्रौद्योगिकियां किसानों की आय बढ़ाने के साथ प्राकृतिक संसाधनों के कुशल उपयोग से खेती में स्थिरता लाती हैं. पशुपालन व डेयरी का अर्थव्यवस्था में 5 प्रतिशत का योगदान है. आठ करोड़ से अधिक किसानों को सीधे रोजगार देता है.
मेले में दो हजार से अधिक किसान हुए शामिल
मेले में दो हजार से ज्यादा पशुपालक किसान, इनपुट डीलर्स, उद्यमी, विद्यार्थी, सरकारी एवं गैर-सरकारी विभागों के अधिकारी कर्मचारी पहुंचे. देश के विभिन्न अनुसंधान संस्थान, जिला स्तरीय विभाग, जिला उद्यान विभाग, पशुपालन एवं पशु चिकित्सा विभाग, कृषि विभाग, नाबार्ड बैंक, जिला रेशम पालन विभाग, जिला सिंचाई विभाग, महिला-बाल विकास विभाग ने प्रदर्शनी लगायी.
पशु स्वास्थ्य चिकित्सा शिविर लगा
मौके पर उन्नत नस्ल के पशुओं की सौन्दर्य प्रतियोगिता के साथ पशु स्वास्थ्य चिकित्सा शिविर लगाया गया. किसानों को कृषि व पशुपालन प्रौद्योगिकी की नवीनतम पहलुओं से अवगत कराने के लिए कृषक वैज्ञानिक संवाद व किसान गोष्ठी होगी. खेती में बेहतर करने वाले किसानों को पुरस्कृत किया गया.
इस अवसर पर पूर्व मंत्री बड़कुंवर गागराई, पूर्व मंत्री मंगल सिंह सोय, भाजपा नेता जेबी तुबिद, गीता बालमुचू, नीला नाग, सतीशु पुरी ,संजय पांडेय, देवीशंकर दत्ता आदि उपस्थित थे.