चाईबासा में बैनर-पोस्टर के साथ सड़क पर उतरे बंद समर्थक, रेल लाइन पर जमे प्रदर्शनकारी, 20 हिरासत में
चरण चातार ने कहा कि सरना धर्म कोड भारत के प्रकृति पूजक लगभग 15 करोड़ आदिवासियों के अस्तित्व की पहचान व हिस्सेदारी की लाइफलाइन है. आदिवासियों को उनकी धार्मिक आजादी से वंचित करने के लिए कांग्रेस-बीजेपी दोषी हैं.
सरना धर्मकोड को मान्यता देने की मांग पर आदिवासी सेंगेल अभियान ने ‘भारत बंद’ के तहत पदाधिकारी और कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे. बैनर-पोस्टर के साथ नारेबाजी की. सुबह 6 बजे से 10:30 बजे तक जगह-जगह सड़क पर जाम लगा रहा. इस दौरान मुफस्सिल थाना में करीब 20 समर्थकों को हिरासत में लिया गया. इनमें सूबेदार बिरुवा, साइमन लागुरी, महती परती, प्रताप चंद्र बिरुवा, राज बिरुवा, टार्जन पुरती, माटा पुरती व सुरेश कुंकल आदि शामिल थे. उन्हें शाम में छोड़ दिया गया. सुबह करीब साढ़े चार घंटे तक यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
आदिवासियों को धार्मिक आजादी से वंचित करने की साजिश
जिला अध्यक्ष चरण चातर के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने कॉलेज मोड़ के गितिलपी चौक को जाम कर विरोध जताया. चरण चातार ने कहा कि सरना धर्म कोड भारत के प्रकृति पूजक लगभग 15 करोड़ आदिवासियों के अस्तित्व की पहचान व हिस्सेदारी की लाइफलाइन है. आदिवासियों को उनकी धार्मिक आजादी से वंचित करने के लिए कांग्रेस-बीजेपी दोषी हैं.
सुबह में रांची व जमशेपुर के लिए बहुत कम बसें चलीं
इस वजह से चाईबासा से रांची व जमशेदपुर के लिए सुबह में इक्का- दुक्का यात्री बसें चलीं. वहीं, राजनगर में सड़क जाम की वजह से जमशेदपुर से चाईबासा आने वाली बसों को गांव के रास्ते चाईबासा पहुंचना पड़ा. मध्याह्न 12 बजे के बाद यात्री बसों का परिचालन सामान्य होने लगा. इस दौरान हाटगम्हरिया के कॉलेज मोड़ के गितिलिपी चौक, रांची रोड के बाइहातु, भरभरिया मार्ग के तुइबीर, जगन्नाथपुर के मालुका स्टेशन में गुड्स ट्रेन को पूर्वाह्न 11 बजे से 12.30 बजे तक, मझगांव- बेनीसागर मार्ग के मिनी होटल चौक के पास व पड़सा के जैंतगढ़ मार्ग, कुमारडुंगी के अंधारी चौक पर सड़क जाम किया गया.
Also Read: 15 जून को भारत बंद, 30 जून को आदिवासी सेंगेल अभियान की कोलकाता में होगी विश्व सरना धर्म कोड जनसभाइस दौरान कोल्हान प्रभारी सूबेदार बिरुवा, जिला सचिव वीर सिंह गागराई सहित अन्य मौजूद रहे. बंद समर्थकों को रोकने के लिए चाईबासा अनुमंडल पदाधिकारी अनिमेष रंजन और मुफस्सिल थाना प्रभारी पवन चंद्र पाठक मौजूद रहे.
बेनीसागर- हाटगम्हरिया स्टेट हाइवे जाम किया
आदिवासी सेंगल अभियान की ओर से सरना धर्म कोड समेत अन्य मांगों को लेकर मझगांव में अभियान के कार्यकर्ता जगह-जगह सड़क जाम कर बंद को सफल बनाने में लगे रहे. बेनीसागर- हाटगम्हरिया स्टेट हाइवे सड़क, मझगांव के पड़सा चौक, मिनी होटल चौक, कुमारडुंगी के अंधारी चौक समेत अन्य जगहों पर सड़क जाम किया गया. बंद के कारण जगह-जगह यात्री बसों को रोका गया. इससे यात्रियों को काफी परेशानी हुई. साल के अंतिम दिन में लोग घूमने फिरने का प्लान भी करते हैं. लेकिन बंद के कारण पानी फिर गया. हालांकि, बंद में मेडिकल से संबंधित वाहन को छूट थी. बंद समर्थक सड़क पर टायर आदि जलाकर मार्ग अवरुद्ध करते देखे गये.
तोड़ांगहातु रेलवे फाटक रहा जाम, बसें नहीं चलीं
आदिवासी सेंगेल अभियान के भारत बंद का आंशिक असर जगन्नाथपुर में रहा. समर्थकों ने तोड़ांगहातु रेलवे फाटक को जाम कर दिया. इससे दोनों छोर पर जाम लग गया. आरपीएफ थाना के इंस्पेक्टर संतोष कुमार व जगन्नाथपुर थाना प्रभारी राकेश रंजन, अंचल अधिकारी मनोज मिश्रा आदि ने जगन्नाथपुर के संयोजक जयसिंह सिंकु को समझा बुझाकर डेढ़ घंटा के बाद जाम हटवाया. जयसिंह सिंकु को हिरासत में लेकर शाम को छोड़ दिया गया.
Also Read: पीएम मोदी से सरना धर्म कोड को मान्यता देने की मांग, दो और युवाओं ने दी आत्मदाह की धमकीसरायकेला में बिरसा चौक तीन घंटे रहा जाम
सरना धर्म कोड़ को लागू करने की मांग को लेकर भारत बंद के तहत शनिवार को आदिवासी सेंगेल अभियान, आदिवासी हो महासभा, युवा महासभा व मानकी मुंडा संघ के सदस्यों ने सेंगेल परगना अंपा हेंब्रम के नेतृत्व में बिरसा चौक मुख्य सड़क को सुबह 10.30 बजे से 1.30 बजे तक जाम कर दिया. तीन घंटे तक बिरसा चौक जाम रहा. सड़क की दोनों ओर गाड़ियों की लंबी लाइन लग गयी. एसआइ सुनील सिंह ने सेंगेल सदस्यों संग वार्ता कर जाम को हटाया. अंपा हेंब्रम ने कहा कि देश में 15 करोड़ आदिवासी प्रकृति पूजक हैं. प्रकृति हरे आराध्य हैं. सेंगेल अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सालखन मुर्मू के नेतृत्व में विगत कई वर्षों से केंद्र व राज्य सरकार से सरना धर्म कोड़ को मान्यता देकर लागू करने की मांग करते आ रहे हैं, किंतु इसपर कोई विचार नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि अगर सरकार हमारी मांगें नहीं मानती है तो आगे वृहद रूप से रेल व रोड चक्का जाम के साथ नाकाबंदी की जायेगी. मौके पर आदिवासी हो महासभा के जिलाध्यक्ष गणेश गागराई, युवा महासभा के जिलाध्यक्ष विष्णु बानरा, मानकी मुंडा संघ के जिलाध्यक्ष कोल झारखंड बोदरा एवं सेंगेल महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष सहित दर्जनों सदस्य मौजूद थे.
सिकली में रेललाइन पर डेढ़ घंटे बैठे रहे आंदोलनकारी
चांडिल रेलवे स्टेशन से 500 मीटर दूर सिकली रेलवे फाटक पर आदिवासी सेंगेल अभियान के लोग शनिवार की सुबह 10:45 बजे रेल लाइन पर बैठ गये. केंद्रीय सरना समिति व सेंगेल अभियान के लोगों ने झंडा बैनर लेकर केंद्रीय संयोजक सोनाराम सोरेन के नेतृत्व में करीब डेढ़ घंटा आंदोलित रहे. पुलिस प्रशासन के समझाने पर रेलवे ट्रैक से हटे. इसके बाद चांडिल रेलवे स्टेशन से एनएच-32 होते हुए चांडिल बाजार तक रैली निकाली. आंदोलन के कारण बिलासपुर-पटना सुपर एक्सप्रेस खड़ी रही. चांडिल रेलवे स्टेशन से लाइन क्लियर नहीं होने के कारण हटिया-टाटा ट्रेन को गुंडा-बिहार रेलवे स्टेशन व हावड़ा पैसेंजर नीमडीह स्टेशन पर रुकी थी.
कांटाडीह व सीनी के पास रेल यातायात बाधित, कई ट्रेनें रद्द
आदिवासी सेंगल अभियान की ओर से कई स्थानों पर ट्रेनों को रोका गया है. इसके तहत आद्रा डिवीजन के कांटाडीह व सीनी के पास रेलवे यातायात को बाधित किया गया. वहीं, चक्रधरपुर डिवीजन के बहालदा रोड, मालूका, गम्हरिया स्टेशन के पास ट्रेनों को रोका गया. रांची डिवीजन में भी ट्रेनों को रोका गया है. आद्रा डिवीजन के तहत कांटाडीह स्टेशन पर सुबह 6.35 से सुबह 9.45 बजे तक, चांडिल स्टेशन पर सुब 10.55 बजे से दोपहर 12.20 बजे तक, चक्रधरपुर डिवीजन पर गम्हरिया स्टेशन के पास सुबह 10.40 से 11.20 बजे तक, मालूका स्टेशन पर सुबह 11.10 बजे से 11.55 बजे तक, बहालदा रोड के पास सुबह 8.15 से 10.25 बजे तक जाम रहा. रांची डिवीजन में गंगाघाट के पास दोपहर 12 बजे से 12.15 बजे तक रेल रोको आंदोलन चलाया गया. इस कारण कई ट्रेनें रद्द की गयी.
राजनगर में छह घंटे सड़क पर बैठे समर्थक, दुकानें बंद
सरना धर्म कोड व आदिवासी राष्ट्र बनाने की मांग को लेकर राजनगर में भारतबंद असरदार रहा. राजनगर बाजार की सभी दुकानें सुबह से ही बंद रहीं. दूसरी ओर, हाता-चाईबासा मुख्य मार्ग के रोला गांव में आदिवासी सेंगेल अभियान की ओर से सुगनाथ हेम्ब्रम के नेतृत्व में अभियान के कार्यकर्ताओं सुबह आठ से दो बजे तक मेन रोड में बैठे रहे. इससे आवागमन ठप हो गया. रोला गांव में बंद के दौरान दोपहिया वाहन भी नहीं चल रहे थे. दोनों ओर गाड़ियों की लंबी कतारें लग गयी. समर्थक सरना धर्म कोड लागू करने, आदिवासी राष्ट्र बनाने का नारा लगा रहे थे. दोपहर दो बजे प्रशासन पहुंचा और जामकर्ताओं से वार्ता के बाद जाम को हटावाया. इसके बाद आवागमन चालू हुआ.
ये ट्रेनें हुईं रद्द|Cancelled Trains
18183 (टाटा-आरा) एक्सप्रेस
18115 गोमो-चक्रधरपुर मेमू एक्सप्रेस
पुरुलिया झाड़ग्राम
08129/08130 टाटा-बादामपहाड़ टाटा
08131/08132 टाटा-बादामपहाड़ टाटा
08147/08148 टाटा-बादामपहाड़ टाटा
ट्रेन संख्या 18184 आरा-टाटा एक्सप्रेस
आंशिक रद्द
08173/08174 टाटा-आसनसोल ट्रेन को टाटा से पुरुलिया टाटा के बीच रद्द
8697/08698 झाड़ग्राम-पुरुलिया-झाड़ग्राम ट्रेन को टाटा से पुरुलिया और टाटा तक रद्द
08055 खड़गपुर टाटा-मेमू लोकल को घाटशिला से टाटा के बीच रद्द
13301/13302 टाटा-धनबाद-टाटा ट्रेन को आद्रा और टाटा के बीच रद्द
ये ट्रेनें हुई शाॅर्ट टर्मिनेट
18116 चक्रधरपुर-गोमो को चांडिल से लौटाया
08697 झाड़ग्राम-पुरुलिया को टाटा तक चलाया गया, फिर खड़गपुर पैसेंजर से जोड़ा गया
08173 आसनसोल-टाटा ट्रेन को पुरुलिया तक चली
13301 धनबाद-टाटा ट्रेन आद्रा तक चली
18011 हावड़ा-चक्रधरपुर ट्रेन पुरुलिया तक चली
22843 बिलासपुर पटना चांडिल तक चली
08055 खड़गपुर-टाटा मेमू लोकल चलाया गया
ये ट्रेनें शाॅर्ट ओरिजिनेट हुईं
08174 टाटा आसनसोल पुरुलिया तक चली
13302 टाटा-धनबाद आद्रा तक चली
ये ट्रेनें हुईं डायवर्ट
20898 रांची-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस
18602 हटिया-टाटा
12820 आनंद विहार भुवनेश्वर संपर्क कांति
13301 धनबाद – टाटा को शॉर्ट टर्मिनेट किया गया
18011 हावड़ा – चक्रधरपुर को शॉर्ट टर्मिनेट किया गया
18116 चक्रधरपुर-गोमो
ये ट्रेनें लेट से चलीं
खड़गपुर-रांची 18 मिनट देर से चली
दुमका-रांची 8 मिनट देर से चली
लोकमान्य तिलक शालीमार एक्सप्रेस 206 मिनट देर से चली
अहमदाबाद-हावड़ा 85 मिनट देर से चली
सीएसएमटी मुंबई हावड़ा गीतांजलि एक्सप्रेस 250 मिनट देर से चली
हावड़ा टिटलागढ़ 80 मिनट देर से चली
हावड़ा-भुवनेश्वर-हावड़ा 50 मिनट देर से चली
टाटा-गुवा पैसेंजर 78 मिनट देर से चली
राउरकेला टाटा 200 मिनट देर से चली
आनंद विहार टर्मिनस पुरी ट्रेन 123 मिनट देर से चली