चाईबासा के ऐतिहासिक मंगलाहाट को कब्जा से मुक्त करने को लेकर झारखंड पुनरुत्थान अभियान की ओर से एसडीओ कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन किया गया. जिसकी अध्यक्षता अभियान के मुख्य संयोजक सन्नी सिंकु ने की. उन्होंने कहा कि झारखंड बनने के बाद सरकार और प्रशासन की प्राथमिकता ही बदल गयी है. इस कारण कोल्हान-पोड़ाहाट के ग्रामीणों के लिए जीवन रेखा साबित होने वाला महत्वपूर्ण साप्ताहिक हाट बाजार की ओर न सरकार और न प्रशासन की ध्यान है. हाट बाजार को अतिक्रमणकारियों ने कब्जा कर रखा है. इसका जिम्मेवार जिला प्रशासन और नगर परिषद प्रशासन ही है. अभियान झारखंड सरकार और जिला प्रशासन से मांग करता है साप्ताहिक मंगलाहाट को अतिक्रमणकारियों से मुफ्त कर कोल्हान मार्केटिंग फंड या डीएमएफटी से सुसज्जित बाजार का निर्माण किया जाये.
झारखंडियों के लिए हाट -बाजार जीवन रेखा : पूर्व विधायक
पूर्व विधायक बहादुर उरांव ने कहा कि झारखंडियों के लिए हाट-बाजार जीवन रेखा की तरह है. कोल्हान भूमि बचाओ समिति के अध्यक्ष विनोद सावैंया, समाजिक कार्यकर्ता सुरेश सोय ने भी संबोधित किया. मौके पर चंपई बोइपाई, अमृत मांझी, इंदुशेखर तिवारी, रमेश जेराई, रियांस सामड, विकास केराई, कुशल मांझी, राधामोहन बनर्जी, मंगल हांसदा, चित्रसेन सिंकु, जगदीश चंद्र सिंकू, उपेंद्र सिंकु, प्रेमचंद मुर्मू आदि मौजूद थे.