रविवार को रोमन कैथोलिक चर्च में कैथोलिक परिवार के आध्यात्मिक रुप से समझदार 196 बच्चे- बच्चियों को क्रुसवीर, शूरवीर, उम्मीदवार और प्रार्थी की उपाधि फादर यूजिन एक्का द्वारा दिया गया. चारों स्तर के बच्चे बच्चियों को अपने जीवन में हमेशा चार चीजें -प्रार्थना, परम प्रसाद, बलिदान और प्रेरिताई के लिए संकल्पित रहने के लिए प्रतिज्ञा दिलाया गया.
उपाधि प्राप्त सभी बच्चे- बच्चियों ने अपने जीवन में आध्यात्मिक रूप में मजबूत रहने के लिए समर्पण की प्रार्थना, भक्तिमय तरीके से ईश्वर के नाम पर परमप्रसाद ग्रहण करना, स्वयं के अलावा औरों की जीवन की खुशहाली के लिए जीने का प्राण लिया और अपने व औरों को ईश्वर पर विश्वास करने के लिए प्रेरित कर जीवन में प्रगति की ओर बढ़ने का संकल्प लिया.
इस मौके पर फादर अनिल डांग ने अपने उपदेश में कहा कि ईश्वर हमें धीमी आवाज में मार्गदर्शन देता है. इसे सुनने के लिए हमें एकाग्रता रखना जरूरी है. हम एकाग्र होकर ईश्वर की आवाज सुनें और अच्छाई के मार्ग पर चलते जाएं. उन्होंने कहा कि बुरे मार्ग पर चलने के लिए जोर से आवाज आती है, इसे पहचानने की जरूरत है. इसे हम एकाग्र होकर आध्यात्मिक जीवन में प्रवेश कर ही पहचान पायेंगे.
लिहाजा, बुरे मार्ग से बचने के लिए आध्यात्मिक जीवन को आत्मसात करें. मौके पर जेवियर पारिश कोयर दल के संजीव कुमार बलमुचू, रोबिन बलमुचु, रोयलेन तोपनो और सुनीता हेंब्रम की अगुवाई में कदम उठा ख्रीस्त वीर चलो, प्रभु तुम्हें बुला रहा चलो गीत से कार्यक्रम को भक्तिमय बनाया. वहीं उपाधि प्राप्त बच्चे- बच्चियों द्वारा बुके देकर सम्मानित किया गया.
प्रार्थना अनुष्ठान में पल्ली पुरोहित फादर निकोलस केरकेट्टा, फादर जिल्सन ने भी सहयोग किया. मौके पर कैथोलिक सभा के अध्यक्ष आशीष बिरूवा, सिस्टर बलमदीना, सिस्टर नेली, सिस्टर ज्योत्सना, उपाधि प्राप्त बच्चे -बच्चियों को शिक्षित करने वाली अलका कुजूर, जेम्स गागराई भगवान तोपनो, एलिसबा डुंगडुंग, पुष्पा डाहंगा, लेयोनार्ड तोपनो पैड्रिक कुजूर, प्रफुल्लित गागराई, धीरसेन धान आदि उपस्थित थे.
रिपोर्ट -भागीरथी महतो, चाईबासा