चाईबासा.
चाईबासा व इसके आसपास के क्षेत्रों में मंगलवार से नहाय-खाय के साथ ही लोक आस्था का छठ महापर्व शुरू हो गया. सुबह में व्रतियों ने घर-आंगन की लिपाई- पोताई की. इसके बाद स्नानादि कर सूर्य को प्रणाम किया. फिर परिवार संग कद्दू भात का प्रसाद वितरण कर ग्रहण किया. इधर, बाजार में कद्दू की मांग बढ़ने के कारण आधा किलो के छोटे- छोटे कद्दूओं की बिक्री 80 रुपये के दर से की गयी, जबकि नये आलू के दर्शन तक नहीं हुए. ऐसे में पुराने आलू का ही उपयोग किया गया. व्यापारियों ने बताया कि इस बार बारिश की वजह से नये आलू की आमद नहीं हुई. लोगों को पुराने आलू से ही काम चलाना पड़ा है. वहीं, ढाई सौ ग्राम की फूलगोभी 80-90 रुपये में बिकी.खरना के प्रसाद के लिए व्रतियों ने सुखाया गेहूं
वहीं, मंगलवार को व्रतियों ने गेहूं को धोकर दिनभर सुखाया. बुधवार को व्रतियों द्वारा खरना प्रसाद बनाकर ग्रहण किया जायेगा. खरना पूजा के साथ ही व्रतियों का 48 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो जायेगा. गुरुवार को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ अर्पित किया जायेगा व इसके अगले दिन उदीयमान सूर्य को अर्घ देने के साथ ही लोकआस्था के पर्व का समापन होगा.
हिंदू जागरण ने व्रतियों के बीच बांटे कद्दू
आस्था के महापर्व छठ के अवसर पर हिन्दू जागरण व वीरांगना वाहिनी ने शहर के पोस्ट ऑफिस चौक पर छठ व्रतियों के बीच नि:शुल्क कद्दू का वितरण किया. संगठन के पदाधिकारी जय गिरि ने कहा कि आस्था के महापर्व छठ की महिमा अपार है. सेवा से मन को शांति मिलती है. मौके पर अंशु साव, हेमंती विश्वकर्मा, आकाश रवानी, संजय राम तुरी, संजय झंगिड़, केशव पांडेय आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है