चाईबासा. क्रिसमस को लेकर शहर के गिरजाघरों व घरों में तैयारी अंतिम चरण में है. रोमन चर्च, जीइएल चर्च, सीएनआइ चर्च और पेंतिकोस्टल चर्च में रंग-रोगन के साथ ही रंग-बिरंगी रोशनियों व झालरों से आकर्षक तरीके से सजाया जा रहा है. साथ ही चरनी का भी निर्माण किया जा रहा है. कैरोल गीत गाकर यीशु के जन्म के महत्व को बताया जा रहा है और लोग खुशियां मना रहे हैं. घरों में केक बनाने की तैयारी की जा रही है. क्रिसमस को यादगार बनाने के लिए हर कोई अपने तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ना चाह रहा है. कैरोल गीत का पूर्वाभ्यास भी कराया जा रहा है. कई तरह के स्वादिष्ट पकवान बनाने की तैयारी चल रही है.
रोमन चर्च परिसर में माता मरियम के दर्शन को उमड़ते हैं लोग
रोमन कैथोलिक चर्च में क्रिसमस के दिन शाम को सभी धर्मों के लोग जुटते हैं. वहां मेला सा माहौल रहता है. चर्च परिसर स्थित माता मरियम के समक्ष मोमबती जलाते और दर्शन करते हैं. चर्च परिसर में देर रात तक लोगों की भीड़ उमड़ती है. यह अवसर सामाजिक समरसता, आपसी भाईचारा व सौहार्द की मजबूती का संदेश देता है.रोमन चर्च में रात 10 बजे होगा अनुष्ठान
रोमन चर्च के पल्ली पुरोहित फादर निकोलस केरकेट्टा ने बताया कि 24 दिसंबर की रात 10 बजे प्रभु यीशु के अवतरण पर्व का अनुष्ठान व चरनी आशीष एवं मिस्सा बलिदान पूजा होगी. जो देर रात तक चलेगा. रात्रि में मिस्सा बलिदान की पूजा फादर यूजिन एक्का करेंगे. दूसरे दिन यानी 25 दिसंबर को सुबह 6.30 बजे हिंदी में फादर निकोलस केरकेट्टा और सुबह 8.30 बजे हो भाषा में फादर अगस्तीन कुल्लू मिस्सा बलिदान पूजा करेंगे.
सीएनआइ चर्च में शाम पांच बजे होगा प्रवेशन गीत
सीएनआइ चर्च में 24 दिसंबर को शाम पांच बजे प्रवेशन गीत व बाइबिल पाठ होगा. रात्रि 11.30 बजे पवित्र प्रभु भोज के अलावा प्रवेशन गीत व बाइबिल पाठ, दानार्पण गीत व विर्सजन गीत होगा. 25 दिसंबर को सुबह 7 बजे प्रभु यीशु मसीह की आराधना की जायेगी. आराधना पादरी रविकेश मनोज नाग और पादरी अमृत मिंज करायेंगे.
पेंतिकोस्टल चर्च में 25 को सुबह 8 बजे होगी प्रार्थना सभा
पेंतिकोस्ट चर्च में 25 को सुबह 8 बजे आराधना होगी. पादरी जॉर्ज केरकेट्टा बताया कि 25 दिसंबर को सुबह 8 बजे चर्च में प्रभु यीशु की प्रार्थना सभा व आराधना होगी. प्रार्थना में मसीह समुदाय के लोगों की भीड़ उमड़ती है. प्रार्थना के बाद नाच-गान होगा तथा लोगों के बीच पकवान का वितरण किया जायेगा.
जीइएल चर्च में शाम 6 बजे आराधना
पादरी प्रभु सहाय चांपिया ने बताया कि जीइएल चर्च में 24 दिसंबर की शाम छह बजे आराधना होगी. 25 दिसंबर को सुबह 8 बजे से दूसरी आराधना व मिस्सा बलिदान होगा. मिस्सा बलिदान के बाद लोगों के बीच प्रसाद का वितरण किया जायेगा. इसके बाद नाच-गान का दौर शुरू होगा.
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