चाईबासा (पश्चिमी सिंहभूम), सुनील कुमार सिन्हा : चाईबासा नगर परिषद की उपेक्षा के कारण शहरवासियों की परेशानी बढ़ गयी है. चाईबासा का सेनटोला पुराना मोहल्ला है. यहां अधिवक्ता, कविराज व व्यवसायी सहित शिक्षित लोग निवास करते हैं. यहां के लोग नगर परिषद को टैक्स समय पर देते हैं, फिर भी नागरिक सुविधाएं हवा-हवाई है. मोहल्ले में गंदगी का अंबार है. नालियों की सफाई एक साल से नहीं हुई है. लोग साफ- सफाई की मांग करते हैं, तो नप के बाबू चुप्पी साध लेते हैं.
103 नागरिकों ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र, भेदभाव कर रहा नप
मोहल्ले वासियों ने नप पर भेदभाव का आरोप लगाया है. मुख्यमंत्री को स्पीड पोस्ट से पत्र भेजकर शिकायत की है. 103 नागरिकों के हस्ताक्षरयुक्त पत्र में कहा गया कि वार्ड संख्या 5 के सेनटोला से भेदभाव हो रहा है. वार्ड के सभी निवासी समय पर होल्डिंग व अन्य टैक्स जमा करते हैं. एक साल से पदाधिकारी व सिटी मैनेजर को कई बार पत्र, मौखिक व फोन से शिकायत की गयी, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.
फॉगिंग व घर-घर कचरा उठाव नहीं होता
वार्ड वासियों का कहना है कि न नालियों की सफाई होती है, न घर-घर कचरा उठाव होता है. रास्तों के किनारे भी सफाई नहीं होती है. मोहल्ले में मच्छरों का प्रकोप होने के बावजूद फॉगिंग नहीं करायी जाती है. लोग बीमार पड़ रहे हैं. मोहल्ले के जोड़ा तालाब भी गंदगी का अंबार है.
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खुले में शौच जा रहे लोग, शिकायत पर नहीं होती कार्रवाई
लोगों ने बताया कि शहर को ओडीएफ घोषित कर दिया गया है, लेकिन वार्ड में सड़क किनारे लोग खुले में शौच जा रहे हैं. इसकी जानकारी देने के बावजूद नप ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया. वार्ड का माहौल दूषित हो रहा है.
दूसरे के वार्डों की गंदगी डंप कर रहा नप
मोहल्ले के जोड़ा तालाब व सड़क किनारे गंदगी का अंबार लगा है. अन्य वार्डों से सैप्टिक टैंक की गंदगी के लाकर इसी मोहल्ले में गिराया जा रहा है. कई दिनों तक बदबू का सामना करना पड़ता है. मार्ग से आने- जाने राहगीरों को बदबू का सामना करना पड़ता है.
शिक्षा के मंदिर के पास बिक रहे नशीले पदार्थ
लोगों ने बताया कि मोहल्ले में शिक्षा के मंदिर के पास हड़िया जैसे नशीले पदार्थों की खुलेआम बिक्री की जाती है. ऐसी दुकानों की संख्या बढ़ने लगी है. स्कूल में पढ़ने वाले छोटे- छोटे बच्चों पर इसका प्रभाव पड़ने का खतरा है. शहरी जलापूर्ति योजना के तहत मोहल्ले के कुछ घरों को छोड़ अन्य घरों में कनेक्शन नहीं दिया गया है.
क्या कहते हैं मोहल्लावासी
राजेश महंती का कहना है कि हम समय पर टैक्स जमा कर रहे हैं. नप मोहल्ले की साफ-सफाई पर ध्यान नहीं दे रहा. कई बार शिकायत के बाद भी फायदा नहीं हुआ. नप ने मोहल्ले को कचरा डंप यार्ड बना दिया है. मुन्ना महंती ने कहा कि नगर परिषद मोहल्ला से भेदभाव कर रहा है. हमें नागरिक सुविधाओं से वंचित रखा जा रहा है. न साफ- सफाई करायी जा रही, न मच्छरों से निजात के लिए कीटनाशक छिड़काव किया जा रहा है.
पिछले पांच साल से नहीं हुई सफाई
संजीव दास ने कहा कि बिहारी क्लब से मेरी टोला रोड तक पिछले पांच साल से सफाई नहीं हुई है. मोहल्ले में गंदगी का अंबार लगा है. होटल का कचरा तालाब में फेंका जा रहा है. मृत मवेशी को लोग तालाब में फेंक जाते हैं. वहीं, सपन मुखर्जी ने कहा कि मोहल्ले का जोड़ा तालाब के पानी से पहले लोग दाल पकाते थे. आज यह तालाब जी का जंजाल बन गया है. इसमें मृत जानवर व कचरा फेंक रहे हैं. मोहल्ले के लोग नारकीय जीवन जीने को विवश हैं.