Chaibasa News :
सदर अस्पताल चाईबासा के सिविल सर्जन सभागार में आयोजित 10 दिवसीय सर्वाइकल कैंसर स्क्रीनिंग का प्रशिक्षण संपन्न हुआ. कार्यक्रम के अंतिम दिन सिविल सर्जन डॉ सुशांतो कुमार मांझी व जिला एनसीडी नोडल पदाधिकारी डॉक्टर मीना कांलुडिया के हाथों प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया. प्रशिक्षण का शुभारंभ 19 नवंबर को किया गया था. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में विभिन्न आयुष्मान आरोग्य मंदिर में पदस्थापित सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी व स्टाफ नर्स को प्रशिक्षण दिया गया. यह प्रशिक्षण एमजीएम मेडिकल कॉलेज जमशेदपुर के सहायक प्राध्यापक डॉ पूनम मेहता, सीएचसी खूंटपानी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मीना मुर्मू के द्वारा दिया गया.सर्वाइकल कैंसर गर्भाशय ग्रीवा की कोशिकाओं में होता है
डॉ पूनम मेहता ने कहा कि सर्वाइकल कैंसर गर्भाशय ग्रीवा की कोशिकाओं में होता है, जो गर्भाशय का सबसे निचला हिस्सा होता है. जब गर्भाशय ग्रीवा कोशिकाएं असामान्य हो जाती हैं, तो तेजी से बढ़ने लगती है. जिससे सर्वाइकल कैंसर पैदा होता है. प्रारंभिक चरण में कोई लक्षण नहीं दिखता है. महिलाओं को नियमित रूप सर्वाइकल कैंसर के जांच समय-समय पर कराते रहना चाहिए. नियमित जांच और टीका एचपीवी संक्रमण से बचाव में मदद मिल सकती है. मौके पर अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर भारती गोरती मिंज, जिला कार्यक्रम सहायक हरि शंकर आदि मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है