चाईबासा शहरी जलापूर्ति योजना का देखे हाल, मंत्री मिथिलेश ठाकुर के मोहल्ले के 80% घरों में नहीं पहुंचा पानी
चाईबासा शहरी जलापूर्ति योजना के तहत पाइपलाइन बिछाने का काम धीमी गति से चल रहा है. इसके कारण पेयजल विभाग के मंत्री के मोहल्ले के 80% घरों में पानी पहुंचा ही नहीं है. वहीं, विभाग के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर का कहना है कि तीन दिन में अमलाटोला के घरों में पानी पहुंचा दिया जाएगा.
Jharkhand News: हर घर नल-जल योजना की नयी शहरी जलापूर्ति योजना में पाइपलाइन बिछाने का काम धीमी गति से चल रहा है. इसके कारण शहर के ज्यादातप घरों में पानी नहीं पहुंच पाया है. स्थिति यह है कि पेयजल विभाग के मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर के मोहल्ला चाईबासा स्थित अमलाटोला के 80% घरों में पानी नहीं पहुंच पाया है. हालांकि, एग्जिक्यूटिव इंजीनियर ने तीन दिनों में मोहल्ले में पानी पहुंचाने का दावा किया है. उन्होंने बताया कि मोहल्ले में काफी पुराना पाइप है, जिसमें काफी लीकेज है. शुक्रवार से नया पाइप बिछाने का काम शुरू कर दिया जायेगा. उन्होंने बताया कि योजना से 17 हजार घरों में पानी पहुंचाना है. अबतक करीब 12 हजार घरों में पानी का प्वाइंट पहुंच पाया है. शहर के दो हजार घरों में प्वाइंट नहीं बिछ पाया है. इसे युद्धस्तर पर जल्दी पूरा कर लिया जायेगा.
सात साल से योजना पर चल रहा काम
नयी शहरी जलापूर्ति योजना का काम करीब सात वर्षों से चल रहा है. दो साल बाद ही तत्कालीन एजेंसी एमएस पर्यावरण काम छोड़कर भाग गया. उक्त एजेंसी को डिबार करना पडा. इसके बाद करीब तीन साल पूर्व नयी एजेंसी जेमिनी इंटर प्राइजेज को शेष बचे काम सौंपा गया. बीच में कोरोना संक्रमण के कारण काम बाधित हो गया.
नगर परिषद को देने हैं छह करोड़
विभाग के कार्यपालक अभियंता के अनुसार, पूर्व में 12 हजार घरों में पानी पहुंचाने का लक्ष्य था, लेकिन बाद में शहर से सटे करीब और पांच हजार घरों को जोड़ा गया. इसपर छह करोड़ से ज्यादा खर्च किये जायेंगे. यह राशि नगर परिषद को देनी है. अबतक राशि उपलब्ध नहीं हो पायी है. दरअसल नप की ओर से इसकी प्रशासनिक स्वीकृति नहीं मिल पायी है.
70 फीसदी घरों के बाहर रह गये पाइप
बता दें कि अभी शहर में कई मोहल्लों तक पाइप लाइन भी पूरी तरह से नहीं बिछ पाया है. 70 फीसदी लोगों के घरों के बाहर ही पाइप रह गया है. ऐसे में घरों के अंदर पानी नहीं पहुंच पाया है.
किस जल मीनार से कितनी पानी सप्लाई
जानकारी के अनुसार, नयी शहरी जलापूर्ति योजना से गांधीटोला की जल मीनार से रोजाना दो बार 18 लाख लीटर पानी की सप्लाई की जानी है. वहीं सदर प्रखंड कार्यालय के पास स्थित जलमीनार से दिनभर में एक बार 4.5 लाख लीटर व महुलसाई स्थित जल मीनार से दिनभर में दो बार 9 लाख लीटर पानी की सप्लाई की जानी है. इसके अलावा पुरानी दो जल मीनारों का भी उपयोग किया जा रहा है.
12 हजार घरों तक पहुंचा रहे पानी : अधीक्षण अभियंता
इस संबंध में अधीक्षण अभियंता प्रभात कुमार सिंह ने कहा कि नियमत: दिनभर में प्रति व्यक्ति 135 लीटर पानी का उपयोग किया जाता है. ऐसे में देखा जाये तो एक परिवार के लिए 600- 700 लीटर पानी की जरूरत पड़ती है. विभाग शहर वासियों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराता है. पानी को शुद्ध करने के लिये फिटकरी, चूना और ब्लिचिंग का उपयोग किया जाता है. पानी को बर्बाद नहीं करना चाहिये. मौजूदा समय में शहर के 12 हजार घरों तक पानी पहुंचाया जा चुका है.
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