Loading election data...

झारखंड में कोरोना ने रोकी विकास की रफ्तार, थम गया चाईबासा शहर के विकास का पहिया

Coronavirus In Jharkhand, चाईबासा न्यूज (अभिषेक पीयूष) : कोरोना संकट के कारण जहां पूरा देश आर्थिक मंदी से जूझ रहा है. वहीं कोरोना संक्रमण ने लोगों के स्वास्थ्य के साथ-साथ विकास कार्यों को भी प्रभावित किया है. इससे झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा शहर में विकास का पहिया थम गया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 19, 2021 1:56 PM

Coronavirus In Jharkhand, चाईबासा न्यूज (अभिषेक पीयूष) : कोरोना संकट के कारण जहां पूरा देश आर्थिक मंदी से जूझ रहा है. वहीं कोरोना संक्रमण ने लोगों के स्वास्थ्य के साथ-साथ विकास कार्यों को भी प्रभावित किया है. इससे झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा शहर में विकास का पहिया थम गया है.

पश्चिमी सिंहभूम जिला मुख्यालय स्थित चाईबासा शहरी क्षेत्र को स्मार्ट बनाने को लेकर कोरोना संकट से पूर्व कई योजनाएं जिला प्रशासन द्वारा बनायी गयी थी. इसके तहत शहर में स्मार्ट शॉपिंग मॉल, मॉर्केट कॉम्प्लेक्स, मल्टीप्लेक्स हॉल, चौक-चौराहों के साथ-साथ जोड़ातालाब का सौंदर्यीकरण सहित कई कार्य किये जाने थे, लेकिन महामारी ने सभी विकास कार्यों को रोक दिया है.

Also Read: Tokyo Olympics 2020 : दिग्गज तीरंदाज दीपिका कुमारी पहुंचीं टोक्यो, अतनु दास के साथ अभ्यास में जुटीं

चाईबासा शहर का दायरा भले ही कम है, लेकिन इस छोटी परिधि वाले शहर को स्मार्ट बनाने को लेकर कई योजनाएं प्रस्तावित है. जिसे वर्तमान में कोरोना संक्रमण ने ग्रहण लगाने का कार्य किया है. इसमें चाईबासा में मेडिकल कॉलेज के निर्माण के साथ-साथ दो र्स्माट शॉपिंग मॉल, मल्टीप्लेक्स हॉल, मॉर्केट कॉम्प्लेरक्स, सदर अस्पताल परिसर में मदर एंड चाइल्ड केयर यूनिट, डिस्ट्रीक अर्ली इंटरवेंशन सेंटर सहित पश्चिमी सिंहभूम जिले के विभिन्न प्रखंडों में स्थित कुल 92 हेल्थ सब सेंटर्स को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के तौर पर तब्दील किया जाना प्रस्तावित है.

Also Read: झारखंड के बासुकिनाथ में नहीं लगेगा राजकीय श्रावणी मेला, देवघर के बैद्यनाथ मंदिर पर टिकी निगाहें

चाईबासा को स्मार्ट बनाने के लिए शहर के बीचों-बीच स्थित जिला परिषद कार्यालय परिसर में चार मंजिला स्मार्ट शॉपिंग मॉल का निर्माण किया जाना था. जिले में आधुनिक सुविधाओं से युक्त यह पहला शॉपिंग मॉल होगा. मॉल के निर्माण के लिए जमशेदपुर के आर्किटेक्ट से डिजाइन बनाया गया था. चार मंजिला शॉपिंग मॉल 1600 वर्ग फुट के दायरे में बनेगा. इसके ग्राउंड फ्लोर पर पार्किग की व्यवस्था होगी. पहले तल्ला में 24 बड़ी दुकान बनायी जायेंगी. दूसरे तल्ले में कार्यालय रहेंगे. तीसरे तल्ले में मैरेज सह मीटिंग हॉल बनाया जायेगा. वहीं चौथे तल्ले में आगंतुकों के रुकने की व्यवस्था होगी.

Also Read: झारखंड में नक्सली बुद्धेश्वर के बाद अब 15 लाख का इनामी माओवादी रवींद्र गंझू निशाने पर, घेराबंदी में जुटी पुलिस

उप विकास आयुक्त (डीडीसी) के आवासीय कार्यालय में एक बड़ा मॉल बनेगा. इस मॉल में 2 स्क्रीन का मल्टीप्लेक्स भी बनाया जायेगा. जिला में अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त यह मॉल कम मल्टीप्लेक्स हॉल होगा. जिसमें ब्रांडेड शो-रूम के साथ-साथ शहरवासियों के मनोरजन के लिए सिनेमा हॉल होगा. इस प्रोजेक्ट का डीपीआर तैयार कर लिया गया है. तीन मंजिला इस मॉल पर 3 करोड़ 20 लाख रुपये खर्च किये जाने थे.

Also Read: झारखंड के 7.60 लाख मैट्रिक-इंटर के विद्यार्थियों का कब आ रहा रिजल्ट, क्या जारी होगी टॉपरों की लिस्ट

चाईबासा नप के द्वारा शहर के मंगलाहाट परिसर में मॉर्केट कॉम्प्लेक्स प्रस्तावित है. इसे लेकर नप की ओर से शहरी विकास आवास बोर्ड के साथ पत्राचार किया गया जा चुका है. इसके अलावा शहर के सड़कों के किनारें लगने वाले ठेलों-खोमचों को व्यवस्थित करने के उद्देश्य से शहर में वेंडर्स जोन बनाया जाना है, लेकिन कोरोना के कारण इन कार्यों को अभी तक गति प्रदान नहीं की जा सकी है.

Also Read: झारखंड में शिक्षकों के ट्रांसफर की प्रक्रिया अब होगी ऑनलाइन, चतरा से होगी शुरुआत

चाईबासा सेनटोला वार्ड-5 स्थित जोड़ातालाब के सौंदर्यीकरण को लेकर 9 अक्तूबर 2019, को मंत्री मिथलेश ठाकुर के द्वारा शिलान्यास किया गया था. 6 करोण 13 लाख की लागत से जोड़ातालाब का सौंदर्यीकरण किया जाना था. इसके तहत, तालाब के किनारे मॉर्निंग वॉकर्स के लिए पेवर्स ब्लॉक रहित पाथ वे, बच्चों के खेलने के लिए झूले, युवाओं के लिए ओपन जिम आदि की व्यवस्था भी करनी थी. इसके सौंदर्यीकरण का जिम्मा नप के द्वारा सत्यम बिल्डर्स को सौंपा गया था.

Also Read: झारखंड में बदलेगा मौसम का मिजाज, कब तक होगी भारी बारिश, ये है मौसम वैज्ञानिकों का पूर्वानुमान

चाईबासा सदर अस्पताल परिसर में प्री-मच्योर बेबी के साथ ही कुपोषित नवजातों को मौत के मुंह से बचाने के लिए कंगारू मदर केयर यूनिट (केएमसीयू) की शुरूआत होने थी. इसके अलावा बड़ाचिरू में मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य की गति धीमी पड़ी है. साथ ही सदर अस्पताल में प्रस्तावित डिस्ट्रिक्ट अर्ली इंटरवेंशन सेंटर के लिए कोरोना ने स्थल चयन को प्रभावित किया है.

Posted By : Guru Swarup Mishra

Next Article

Exit mobile version