Coronavirus Update News (अभिषेक पीयूष, चाईबासा, पश्चिमी सिंहभूम) : पश्चिमी सिंहभूम जिला स्वास्थ्य विभाग के अनुसार कोरोना संक्रमण से अब तक कुल 134 लोगों की मौत हुई है. इसमें 38 लोगों की मौत कोरोना की पहली लहर में जबकि सर्वाधिक 96 लोगों की मौत दूसरी लहर में हुई है. दरअसल, कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान पिछले एक वर्षों में पश्चिमी सिंहभूम जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल में भर्ती कुल 391 संक्रमित मरीजों में से 105 लोगों की मौत अबतक चुकी है. जबकि, टिस्को हॉस्पिटल नोवामुंडी में इलाजरत कुल 717 संक्रमितों में से 26 ने संक्रमण के कारण अपनी जान गंवा दी है.
इसके बाद सेल हॉस्पिटल गुवा में भर्ती 68 में से 3, रेलवे हॉस्पिटल चक्रधरपुर में भर्ती 113 में से 2 संक्रमित मरीजों के अलावा जगन्नाथपुर सीएचसी में भर्ती 7, सेल हॉस्पिटल किरीबुरू में भर्ती 45, चक्रधरपुर स्थित सूर्या नर्सिंग होम में भर्ती 66 एवं चक्रधरपुर अनुमंडल अस्पताल में एक-एक मरीज की मौत हुई है. वहीं, अन्य अस्पतालों में भर्ती 7 लोगों की भी मौत कोरोना वायरस के कारण हुई है.
कोरोना के दूसरी लहर के दौरान जिले में जितनी ही तेजी से संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ, उतनी ही तेजी से संक्रमित मरीजों की मौत भी हुई है. ऐसे में पश्चिमी सिंहभूम जिले में कोरोना की दूसरी लहर अधिक खतरनाक साबित हुई है. जिले में पहली लहर में 70 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की सबसे अधिक मौत हुई थी, जबकि दूसरी लहर में 51 से 70 आयु वर्ग के लोगों की सबसे ज्यादा मौत हुई है.
51 से 70 वर्ष के अबतक कुल 64 संक्रमित मरीज की मौत कोरोना वायरस के चलते हुई है. इनमें 41 पुरुष व 23 महिलाओं ने संक्रमण के चलते अपनी जान गंवायी है. इसके बाद जिले में 31 से 50 आयु वर्ग के 41 लोगों की मौत हुई है. इनमें 27 पुरुष व 14 महिलाओं की जान गयी है. वहीं, 70 से अधिक उम्र के कुल 25 व 11 से 30 वर्ष के चार लोगों की मौत भी कोरोना से हुई है. जबकि, 0-10 वर्ष के बीच एक भी बच्चे की मौत जिले में नहीं हुई है.
जिले के शहरी व माइंस क्षेत्रों में जहां कोरोना कहर बनकर टूटा. वहीं, छोटे प्रखंडों व ग्रामीण इलाकों में कोरोना के मरीजों के साथ-साथ मौत के मामले भी बहुत कम देखने को मिले. जिले में जहां पिछले साल कोरोना से काफी कम मौत हुयी थी. वहीं इस वर्ष मार्च से जून तक मौत के काफी अधिक मामले सामने आये. जिले में मौत की प्रखंडवार आंकड़ों पर गौर करे, तो सबसे अधिक सदर चाईबासा में 57 लोगों की मौत हुई है. इसके बाद जिले के चक्रधरपुर व बड़ाजामदा में 29-29 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं मंझारी प्रखंड में 6, जगन्नाथपुर में 5, मनोहरपुर व जगन्नाथपुर में 2-2, जबकि बंदगांव, झींकपानी व टोंटो में 1-1 लोगों ने कोरोना से अपनी जान गंवायी है. यहां बड़ी बात यह है कि इस दौरान जिले के खूंटपानी, मंझगांव, सोनुवा व तांतनगर प्रखंड में एक भी मौत कोरोना वायरस के चलते नहीं हुई है.
जिले में बीते एक वर्ष के दौरान व्यवसायी, अधिवक्ता, माइंस कर्मी, पत्रकार, समाजसेवी समेत विभिन्न वर्ग के लोगों ने कोरोना संक्रमण के कारण जान गंवायी है. ऐसे में मौत के कारण मृतक के परिवार पर पड़े असर को जानने के लिए राज्य सरकार की ओर से सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण भी कराया जा रहा है. इसे लेकर सर्वेक्षण और आवेदन (फॉर्म) को लेने का कार्य राज्य के कई जिलों में जारी है. हालांकि, पश्चिमी सिंहभूम जिले में कोरोना से मरने वालों के परिवार पर पड़े असर को जानने के लिए सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण का कार्य अभी शुरू नहीं हुआ है.
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मरीज : मौत
बंदगांव : 01
बड़ाजामदा : 29
चक्रधरपुर : 29
गोइलकेरा : 02
जगन्नाथपुर : 05
झींकपानी : 01
खूंटपानी : 00
कमारडुंगी : 01
मझगांव : 00
मंझारी : 06
मनोहरपुर : 02
सदर चाईबासा : 57
सोनुवा : 00
तांतनगर : 00
टोंटो : 01
उम्र : मौत
0-10 : 00
11-30 : 01
31-50 : 27
51-70 : 41
70 से अधिक : 14
उम्र : मौत
0-10 : 00
11-30 : 03
31-50 : 14
51-70 : 23
70 से अधिक : 11
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अस्पताल : भर्ती : मौत
टिस्को हॉस्पिटल, नोवामुंडी : 717 : 26
सेल हॉस्पिटल, गुवा : 68 : 03
रेलवे हॉस्पिटल, चक्रधरपुर : 113 : 02
सदर हॉस्पिटल, चाईबासा : 391 : 105
सूर्या नर्सिंग होम, चक्रधरपुर : 66 : 01
सीएचसी, जगन्नाथपुर : 07 : 01
एसडीएच, चक्रधरपुर : 00 : 01
सेल हॉस्पिटल, किरीबुरु : 45 : 01
अन्य अस्पताल : 00 : 07
Posted By : Samir Ranjan.