जैंतगढ़.भाजपा के पूर्व मंत्री सह प्रदेश उपाध्यक्ष बड़कुंवर गागराई ने आरोप लगाते हुए बताया कि शिक्षा का मंदिर कहा जाने वाला सरकारी स्कूल लूट का अड्डा बन गया है. झारखंड के स्कूलों में मध्याह्न भोजन इसका पर्याय बन रहा है. बच्चों के निवाला पर डाका डाला जा रहा है. स्कूलों में पोषाहार के नाम पर विषाक्त तेल मसालों का इस्तेमाल हो रहा है. मध्याह्न भोजन का संचालन विद्यालय प्रबंधन समिति और माता समिति को करना है. प्रधान शिक्षक और अन्य शिक्षकों को इसकी मॉनिटरिंग करनी है. पर अपनी हिस्सेदारी सुनिश्चित करने के लिए गुरुजी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से खुद एमडीएम के संचालन से जुड़े हुए हैं. प्रधान शिक्षक द्वारा कमतर ही क्लास लिया जाता है.
एमडीएम की चिंता में ही पूरा समय निकल जाता है. रिपोर्ट बनाने के नाम पर दिनभर दफ्तर में बने रहते. वहीं प्रधान शिक्षक रूटीन तक नहीं बनाते.जबकि नियंता हजारी के अलावा सारे काम स्कूल समय अवधि से आधा घंटा पूर्व और आधा घंटा बाद ही प्रधान शिक्षकों को करना है. उन्होंने जिला प्रशासन से मामले को संज्ञान में लेते हुए स्कूलों में तेल-मसाले की गुणवत्ता की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों के विरुद्ध करवाई करने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि सरकार द्वारा बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ नहीं रुका, तो भाजपा सड़क से लेकर सदन तक आंदोलन करेगी.भाजपा आंदोलन को होगी बाध्य
शिक्षकों को लाख रुपये वेतन देकर उनसे क्लर्क का काम लिया जा रहा है. प्रधान शिक्षकों ने विद्यालय को लूट का चारागाह बना दिया है. शिक्षक सबसे सस्ती और बासी सब्जियां खरीदने के लिए बदनाम हैं. सरकार मध्याह्न भोजन में अमूल चूल परिवर्तन करे. अन्यथा भाजपा गरीब आदिवासी मूल वासी के बच्चों के भविष्य के लिए आंदोलन को बाध्य होगी.– राई भूमिज, प्रखंड अध्यक्ष, भाजपा
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