जैंतगढ़.
जगन्नाथपुर मुख्य सड़क स्थित पोकाम गांव स्वच्छ भारत मिशन मुंह चिढ़ा रहा है. यहां गांव के 70% लोग आज भी खुले में शौच करते हैं, जबकि पाटाजैंत पंचायत के मुखिया का दावा है कि 70-75% लोगों को शौचालय बना दिया गया है. लोग प्रचार-प्रसार और जागरूकता अभियान चलाने के बावजूद खुले में शौच करने की आदत नहीं छोड़ रहे हैं. मौजूदा स्थिति यह है कि पोकाम से बेलपोसी तक डेढ़ किमी सड़क की स्थिति काफी दयनीय है. सड़क के दोनों किनारे मानव शृंखला बनाकर शौच करने से लोगों का जीना मुहाल है. सड़क से गुजरने वालों को नाक पर रुमाल रखना पड़ता है. भुक्तभोगी विनोद प्रधान ने कहा कि हमारे घर के बगल से ही शौच का सिलसिला शुरू हो जाता है. मना करने के बावजूद लोग नहीं मानते हैं. कभी-कभी तो मन करता है गांव ही छोड़कर चला जाऊं, लोग सुधरने वाले नहीं हैं.धान बुवाई के साथ ही रोड किनारे बैठते हैं लोग
धान बुवाई के साथ ही लोग खेतों के बजाय सड़क के दोनों किनारे शौच करने बैठ जाते हैं. महिला, बच्चे, जवान-बूढ़े सभी खुले में शौच के आदि हैं. हालांकि, इस सड़क से रोजाना प्रशासन, नेता, समाजसेवी और पंचायत प्रतिनिधि गुजरते हैं, पर किसी ने भी यहां स्वच्छता अभियान चलाने का साहस नहीं जुटा पाया है.
शौचालयों की स्थिति
कुल स्वीकृत शौचालय : 1156
पूर्ण : 704प्रगति पर : 452———————
कहां कितने शौचालयों का कार्य प्रगति पर
पोकाम : 178बेलपोसी : 80पट्टाजैंत : 156छनपदा : 130रामचन्द्रपुर : 80बनकाठी : 80डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है