chaibasa News : झारखंड-ओडिशा सीमावर्ती क्षेत्र में फसलों को बर्बाद कर रहे हाथी
जैंतगढ़ व आसपास के किसानों में वन विभाग के खिलाफ आक्रोश, जंगली हाथियों का दो झुंड क्षेत्र में सक्रिय, शाम होते ही खेतों में घुस रहे
जैंतगढ़. जैंतगढ़ व आस-पास के क्षेत्र में इन दिनों जंगली हाथियों का उत्पात काफी बढ़ गया है. क्षेत्र में जंगली हाथियों के दो झुंड लगातार नुकसान पहुंचा रहे हैं. ये झुंड झारखंड-ओडिशा के सीमावर्ती क्षेत्र में जमे हैं. एक झुंड में 15 हाथी है, जो काला पहाड़ में डेरा जमाये हुए है. यहां से कुकुरभुक्का, गुना पहाड़ी आदि क्षेत्र में जगह बदल-बदल कर डेरा जमाते हैं. हाथी रात भर जंगल में रहते हैं. वहीं, शाम होते ही आस-पास के खेतों में फसल को खाकर व रौंदकर बर्बाद कर रहे हैं. हाथियों के कारण कुंद्रा ग़ुटू, मसा बिला, लखी पाई, गुमुरिया, गंगापुर, घोड़ाडीह आदि क्षेत्र में दहशत है.
17 हाथियों का दूसरा झुंड लगातार बदल रहा जगह
वहीं, दूसरे झुंड में 17 जंगली हाथी हैं. ये महिलीमुरुम के जंगल में डेरा जमाये हुए हैं. ये झुंड जल्डीहा होते सोसोपी जंगल, बूढ़ा खमण जंगल होते दाव बेड़ा बिट जंगल तक जाते हैं. यह झुंड हमेशा जगह बदल रहा है. इस झुंड ने मंगलवार की रात कॉलम सही के महेंद्र, कुंद्रीझोर के श्रीनिवास तिरिया, कानूराम तिरिया, लक्ष्मण तिरिया आदि के खेतों में घुसकर धान की तैयार फसल को चट कर डाला.दस्ता बुलाकर हाथियों को जंगल में खदेड़े विभाग : संदेश
मुंडुई पंचायत वन रक्षा समिति के अध्यक्ष संदेश सरदार ने कहा कि वन विभाग उदासीन हो चुका है. पैट्रोलिंग नहीं हो रही है. प्रभावित गावों के लोगों के लिए अब तक पटाखा, मशाल, टॉर्च आदि की व्यवस्था नहीं की गयी है. ग्रामीणों को आये दिन नुकसान का सामना करना पड़ता है. विभाग जल्द हाथी भगाओ दस्ता बुलाकर हाथियों को जंगल खदेड़े.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है