Jharkhand weather, Rain Photos: किरीबुरू (शैलेश सिंह) : पश्चिमी सिंहभूम के सारंडा समेत पूरे लौहांचल क्षेत्र में पिछले 40 घंटे से लगातार भारी वर्षा हो रही है. इस वर्षा ने भारी तबाही मचायी है. सारंडा क्षेत्र की कारो, कोयना समेत तमाम नदी-नाले उफान पर हैं. पहाड़ों व खदानों से नीचे उतर रहे लाल पानी के तेज बहाव ने लोगों के घरों एवं किसानों के खेतों में लगी फसलों, पुल-पुलिया को भारी नुकसान पहुंचाया है.
डांगुवापोसी रेलवे स्टेशन क्षेत्र के विभिन्न कार्यालयों व रेलकर्मियों के आवासों में पानी घुस गया तथा अनेक वाहन पानी में डूबे नजर आये. बड़ाजामदा स्थित फुटबॉल मैदान, मार्केट व अन्य क्षेत्रों में बाढ़ जैसा नजारा देखने को मिला. लोगों के घरों में वर्षा का पानी घुस गया. इससे लोगों के घरों में रखे सामान बर्बाद हो गये. लोगों को रतजगा करना पड़ा. सारंडा के निचले क्षेत्रों में जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया.
सारंडा के छोटानागरा-थलकोबाद मुख्य सड़क पर मारंगपोंगा-हतनाबुरु (सृजन सुकवा) गांव के बीच स्थित पुलिया वर्षा के पानी में बह गयी. क्षेत्र के उसरुईया, कोलायबुरु, कुदलीबाद, कुमडीह, बालिबा, थलकोबाद आदि 12 गांवों का एक-दूसरे से संपर्क पूरी तरह से कट गया है. उक्त क्षेत्र के ग्रामीणों का संपर्क छोटानागरा से भी कट गया है.
Also Read: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत झारखंड के 9 मंत्री होम कोरेंटिन में, स्वास्थ्य मंत्री अस्पताल में, सिर्फ रामेश्वर उरांव जा रहे मंत्रालयसूत्रों का कहना है कि कुमडीह गांव के समीप का पुलिया भी बह गया है. इसके अलावा दुबिल, जामकुंडिया, राजाबेड़ा व अन्य गांवों में पहाड़ी से उतरा पानी किसानों के खेतों में लगी फसल को पूरी तरह से नष्ट कर दिया.
बोकना एवं गुवा के बीच हनुमान मंदिर के समीप कारो नदी पर बना लोहा पुल के ऊपर से पानी की तेज धार बह रही है, जिससे आवागमन पूरी तरह से ठप है.
पानी की ऊंचाई इतनी अधिक थी की लोहा पुल दिखाई नहीं दे रहा था. दूर तक की सड़कें भी पानी में डूब गयीं. इसके अलावा सेल द्वारा खदान की मिट्टी-मुरुम को रोकने के लिए बनाया गया चेकडैम भी पानी के तेज बहाव में जगह-जगह टूट गया है. इससे मिट्टी-मुरुम बह गयी है. पूरे क्षेत्र में बिजली, संचार सेवाएं घंटों बाधित रही.
Also Read: Weather Forecast Jharkhand : झारखंड में 28 अगस्त तक हो सकती है भारी बारिश, आज रांची समेत कई जिलों में होगी बारिश, वज्रपात की भी आशंकाकिरीबुरू में भी कई सेलकर्मियों के घरों में पानी घुस गया. लेक गार्डन तालाब लबालब भर गया. वर्षों बाद तालाब के पानी को पुलिया से ओवरफ्लो होकर बहते देखा गया. सारंडा क्षेत्र में भारी वर्षा निरंतर जारी है, जिससे और भी अत्यधिक नुकसान की संभावना जतायी जा रही है.
Posted By : Mithilesh Jha