रोजगार दिलाने के नाम पर लड़कियों को ले जा रहा था तमिलनाडु, हुआ गिरफ्तार
बिना रजिस्ट्रेशन कराये लड़कियों को ले जा रहा था तमिलनाडु
चाईबासा : बिना रजिस्ट्रेशन कराये पश्चिमी सिंहभूम व सरायकेला जिले की 15 लड़कियों (दो नाबालिग) और दो लड़कों को रोजगार के नाम पर तिरुपुर (तमिलनाडु) ले जा रहे एजेंट को पुलिस ने मानव तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया है. आरोपी सूरज सिंह (23) कुशीनगर जिला (उत्तर प्रदेश) के बिशुनपुर गांव का रहनेवाला है. वह प्रेमिर केनाइट्स आपरेल इंडिया तिरुपुर का एजेंट है. एसडीपीओ अमर कुमार पांडेय ने बुधवार को जानकारी दी.
गुप्त सूचना पर बस स्टैंड में की गयी छापेमारी :
एसडीपीओ ने बताया कि 19 जनवरी की रात अहतु (चाईबासा) थाना प्रभारी को गुप्त सूचना मिली कि चाईबासा सरकारी बस स्टैंड के पास नाबालिग लड़के-लड़कियों को तमिलनाडु ले जाने के लिए एकत्रित किया गया है. उन्होंने इससे बाल कल्याण समिति सीडब्ल्यूसी, चाईबासा को अवगत कराया. एक टीम का गठन कर बस स्टैंड पहुंचे. वहां दो लड़के और 15 लड़कियां एक जगह जमा हुए थे. पुलिस टीम ने उन लोगों से पूछताछ की.
पुलिस को वैध कागजात नहीं दिखा सका एजेंट
बस स्टैंड में सूरज सिंह ने बताया कि वह प्रेमिर केनाइट्स आपरेल इंडिया तिरुपुर का एजेंट है. यहां के लड़के व लड़कियों को मजदूरी कराने ले जाने के लिए आया है. पुलिस टीम ने लड़के-लड़कियों को झारखंड से बाहर अन्य राज्य में ले जाने के संबंध में कागजात की मांग की. वह कागजात प्रस्तुत नहीं कर सका.
वहां उपस्थित एक लड़का व 15 लड़कियों के आधार कार्ड की छायाप्रति प्रस्तुत की. इनमें दो लड़कियों को नाबालिग पाया गया. इसके बाद सूरज सिंह को गिरफ्तार किया गया. दोनों नाबालिग लड़कियों को बाल कल्याण समिति चाईबासा को बेहतर पुनर्वास के लिए सुपुर्द किया गया. 13 बालिग लड़कियों को उनके घर सही सलामत पहुंचा दिया गया.
Posted By : Sameer Oraon