तीन माह में 18 लोगों ने फांसी लगाकर दी जान
लॉकडाउन के दौरान और इसके बाद चाईबासा व आसपास क्षेत्रों में आत्महत्या की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं, जो चिंतनीय है
चाईबासा : लॉकडाउन के दौरान और इसके बाद चाईबासा व आसपास क्षेत्रों में आत्महत्या की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं, जो चिंतनीय है. इसमें बच्चे भी शामिल है, जो इस मामले को और गंभीर बना देता है. वहीं जून में फांसी लगाकर आत्महत्या करने की घटनाएं सबसे ज्यादा दर्ज हुई हैं. जून में अब तक 11, मई में 5 और अप्रैल में 2 लोगों ने आत्महत्या कर इहलीला समाप्त कर ली है.
दो जून को डांगुवापोसी के मुंडासाई निवासी शिवराम केराई (13), तांतनगर ओपी अंतर्गत सोलपाड़ा निवासी जगदीश बोदरा (62), 10 जून को सदर थाना क्षेत्र के छोटा नीमडीह निवासी मनीष मछुवा (23), 16 जून को मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के उलीराजाबासा में बागान पूरती (45), पांड्राशाली ओपी अंतर्गत गालुबासा में एक बच्ची, करलाजुड़ी में किशोर कृष्णा पूरती (16), 18 जून को भूता गांव सालीगुटु टोला में युवती संजना तांती, 20 जून को डोबरोसाई में युवती नेहा पाड़ेया, 21 जून कुमारडुंगी के मार्चासाई में दो बच्ची की मां मालती पूरती (26), 25 जून को न्यू कॉलोनी टुंगरी में युवती नीलम कुमारी गुप्ता व 22 जून को हाटगम्हरिया थाना क्षेत्र के कुइड़ा में युवक जगदीश चातोंबा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है.
18 अप्रैल को कुमारडुंगी थाना क्षेत्र के कुमिरता गांव में 16 वर्षीया रानी तामसोय, 29 अप्रैल को मंझारी थाना क्षेत्र रोलाडीह गांव निवासी राधिका बिरूवा (24) ने खुदकुशी कर ली. इसी तरह 5 मई 2020 को मझगांव थाना क्षेत्र देवधर गांव निवासी जसवंत पिंगुवा (41), 9 मई को नोवामुंडी में आलोक मंडल (32), 25 मई को सदर थाना क्षेत्र के छोटा निमडीह निवासी 16 वर्षीया सोनी गोप, गुवा के दुधबिला ऊपर टोला में जेना चातोंबा (45) कुमारडुंगी में मालीन हेंब्रम (18) ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी है.
post by : pritish sahay