संवाददाता, चक्रधरपुर
ठंड बढ़ने से चक्रधरपुर अनुमंडल अस्पताल में मौसमी बीमारी के मरीजों की संख्या बढ़ रही है. अनुमंडल अस्पताल में ज्यादातर मरीज सर्दी-खांसी और बुखार के पहुंच रहे हैं. अनुमंडल अस्पताल के चिकित्सा प्रभारी डॉ अंशुमन शर्मा ने कहा कि अस्पताल में मौसमी बीमारी के मरीजों की भीड़ देखी जा रही है. ठंड बढ़ते ही धमनियां बढ़ने लगती हैं. बीपी बढ़ने के कारण लोगों में स्ट्रोक और हार्ट की शिकायत हो जाती है. इसका ख्याल रखना जरूरी है. विशेषज्ञ चिकित्सकों के परामर्श और दवाओं का सेवन नहीं छोड़ना चाहिये.सबसे ज्यादा बच्चे और बुजुर्ग हो रहे बीमार
बदलते मौसम में सबसे ज्यादा बच्चे और बुजुर्ग बीमार पड़ रहे हैं. बुजुर्गों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है. वे वायरल संक्रमण, सर्दी-खांसी, जुकाम और पेट दर्द की समस्या से पीड़ित होकर अस्पताल आ रहे हैं. नवजात से लेकर पांच साल तक के बच्चे तेजी से बीमार पड़ रहे हैं. शरीर को पूरी तरह से ढंककर रखें. अपनी नाक, कान और मुंह को ठंड हवा से बचायें. ज्यादा ठंड में घर से बाहर नहीं निकलें. निकलें भी तो पूरी तरह से गर्म कपड़ों के साथ. तापमान में भारी गिरावट देखने को मिल रही है. ऐसे में घर के तापमान को गर्म रखें. गर्म खाना और गुनगुना पानी का इस्तेमाल करें. हार्ट और दमा के मरीज ठंड हवाओं से बचें. चक्रधरपुर अनुमंडल अस्पताल में प्रत्येक दिन सौ से अधिक मौसमी बीमारी के मरीज पहुंच रहे है. पिछले पांच से 18 नवंबर तक हजारों की संख्या में मौसमी बीमारी के मरीज पहुंच चुके है. इनका इलाज अनुमंडल अस्पताल में चल रहा है. मरीजों को ठंड से बचने के लिए परामर्श दिया जा रहा है.पांच से 18 नवंबर तक मरीजों की संख्या
पांच नवंबर को 148छह नवंबर को 130सात नवंबर को 129आठ नवंबर को 115
नौ नवंबर को 19410 नवंबर को 14212 नवंबर को 13013 नवंबर को 80
14 नवंबर को 13815 नवंबर को 13016 नवंबर को 15418 नवंबर को 178
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