Jharkhand news, Chaibasa news : चाईबासा (पश्चिमी सिंहभूम) : कोरोना काल में पश्चिमी सिंहभूम जिले के सदर अस्पताल, चाईबासा (Sadar Hospital Chaibasa) में पीपीई किट (PPE Kit) की खरीदारी में फर्जीवाड़ा से संबंधित खबर प्रकाशित होने के बाद जिले के डीसी अरवा राजकमल ने मामले को गंभीरता से लिया है. इसके साथ ही डीसी ने गोपनीय शाखा से पत्र निर्गत करते हुए फर्जीवाड़ा से संबंधित जांच का आदेश दे दिया है.
ऐसे में सदर अस्पताल, चाईबासा में पीपीई किट की खरीदारी में फर्जीवाड़ा संबंधित मामले की जांच के लिए जिले के भू- अर्जन पदाधिकारी सह स्वास्थ्य विभाग के नोडल पदाधिकारी एजाज अनवर की अध्यक्षता में एक जांच टीम का गठन किया गया है. जांच समिति में एजाज अनवर के अलावा सदर अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ जगन्नाथ हेम्ब्रम को भी शामिल किया गया है.
वहीं, जांच समिति को डीसी के द्वारा निर्देश दिया गया है कि दैनिक समाचार पत्र में प्रकाशित पीपीई किट की खरीदारी में फर्जीवाड़ा संबंधित मामले की जांच कर संयुक्त जांच प्रतिवेदन डीसी के कार्यालय (DC Office) में एक सप्ताह के अंदर उपलब्ध कराना सनुश्चित करेंगे. आदेश की प्रतिलिपि जिले के असैनिक शल्य चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी को भी उपलब्ध करायी गयी है. गौरतलब हो कि प्रभात खबर में 2.80 लाख के 1000 पीपीई किट 10.5 लाख में खरीदे गये शीर्षक से समाचार प्रकाशित हुई थी.
Also Read: त्योहारी सीजन के दौरान झारखंड की जेलों में छापेमारी से हड़कंप, जानें क्या- क्या हुआ बरामद
डीसी अरवा राजकमल द्वारा निकाले गये जांच के आदेश में बताया गया है कि सदर अस्पताल के द्वारा 10 लाख से अधिक मूल्य की कुल एक हजार पीपीई किट खरीदी गयी है. पीपीई किट खरीदारी के लिए निकाली गयी निविदा में जमशेदपुर की कंपनी इमेज इंडिया एल-1 थी. जिसके अनुसार टेंडर भी जमशेदपुर की कंपनी इमेज इंडिया को दिया गया, लेकिन पीपीई किट की आपूर्ति रांची की कंपनी आरूषि इंटरप्राइजेज के द्वारा किया गया है.
इतना ही नहीं, अस्पताल प्रबंधन के द्वारा पीपीई किट के बिल का भुगतान भी डीपीएम यूनिट के लेखा प्रबंधक से अनुमति लिए बिना ही रांची की कंपनी आरुषि इंटरप्राइजेज को किया गया है. वहीं, डीपीएम यूनिट के लेखा प्रबंधक के द्वारा पूरे मामले में अपनी आपत्ति दर्ज करते हुए विभाग से शिकायत की गयी है, जिसकी फोटो कॉपी भी संलग्न की गयी है.
Posted By : Samir Ranjan.