Jharkhand Crime News (चाईबासा, पश्चिमी सिंहभूम) : झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम में एक लोमहर्षक घटना सामने अायी है. हाटगम्हरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत केंदपोसी गांव के मोइकलोर टोला में गत शुक्रवार की देर रात एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या मामले का पुलिस ने खुलासा किया है. पारिवारिक ईर्ष्या के कारण बदले की भावना को लेकर बड़े बेटे और उसके साथी ने घटना को अंजाम दिया था. पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार किया है. इस बात की जानकारी एसपी अजय लिंडा ने पत्रकारों को दी.
पश्चिमी सिंहभूम जिला के एसपी अजय लिंडा ने 36 घंटे के अंदर इस मामले को सुलझा दिया है. इस मामले में बड़े बेटे मारतोम खंडइत (27 वर्ष) ने पड़ोसी साथी राम सिंकु (30 वर्ष) के साथ मिलकर अपने 3 साल के बेटे के साथ चार लोगों की हत्या कर दी थी. इसमें पिता ओनमो खंडइत उर्फ श्रीराम खंडइत (54 वर्ष), मां मानी खंडइत (37 वर्ष), छोटा भाई गोबरा खंडइत (22 वर्ष) और खुद के बेटे बासुदेव खंडइत (3 वर्ष) की हत्या कर दी थी. उक्त चारों की हत्या धारदार हथियार (कुलहाड़ी व चापड़) से गर्दन काटकर कर की गयी थी.
एसपी श्री लिंडा ने बताया कि घटना में प्रयुक्त खून लगा चापड़ व खून से सना टांगी, आरोपी मारतोम खंडइत का खून लगा टी-शर्ट व हाफ पैंट बरामद किया गया है. साथ ही घटना में प्रयुक्त हथियार व खून से सने कपड़ों की फॉरेंसिक जांच करायी जायेगी. इसको लेकर पुलिस द्वारा CID से भी संपर्क किया गया है, ताकि घटना की पूरी जांच FSL से करायी जा सके.
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आरोपी मारतोम खंडइत ने घटने के वक्त एक ही खाट पर सो रहे पिता ओनमोन खंडइत और छोटे भाई गोबरा खंडइत को मौत की नींद सुला दिया. इस दौरान उसने सबसे पहले अपने पिता के गर्दन पर टांगी से दो बार तेज प्रहार किया. जिससे उनकी तत्काल मौत हो गयी. इसके बाद अपने छोटे भाई गोबरा के गर्दन पर टांगी से सबसे अधिक तीन बार जोरदार प्रहार किया. जिससे गोबरा का गर्दन धड़ से कटकर लटक गया.
वहीं, मारतोम के साथी राम सिंकु ने घटना को चापड़ से अंजाम दिया. उसने मारतोम की मां की गर्दन चापड़ से वार कर काट डाली. उन दोनों का मारतोम के बेटे को मारने का कोई इरादा नहीं था, लेकिन घटना के वक्त मारतोम की मां के बगल में सो रहा उसका बेटा नींद से जग गया और चिल्लाने लगा. जिससे डर कर राम सिंकु ने उसके बेटे के गर्दन पर भी चापड़ से प्रहार कर दिया और उसकी मौत हो गयी.
घटना को अंजाम देने के बाद मारतोम खंडइत व उसका दोस्त राम सिंकु ने सभी शवों को अंदर वाले कमरे में एक जगह इकट्ठा किया. इसके बाद बाहर वाले कमरे को साफ कर सभी ने खुद के शरीर पर लगे खून के दाग को साफ किया. इसके बाद दोनों ने अपने-अपने कपड़े बदले और मारतोम बगल वाले अपने घर में जाकर सोने का नाटक करने लगा. वहीं, मारतोम का दोस्त पहले अपने घर गया.
इसके बाद आसपास के लोगों को उसने झूठी कहानी बनाकर जानकारी दी कि किसी अनजान व्यक्ति के द्वारा मारतोम के घर में घुसकर सभी को मौत के घाट उतार दिया गया है. जिसने इस घटना को अंजाम दिया है, उसके सिर के दोनों ओर दो बड़े-बड़े सिंग लगे थे. जिससे उसकी पत्नी ने ओनमोन के घर से भागते हुए देखा है. फिर उसने पुलिस को बताया कि उसे शौच लगी थी. इस कारण वह मारतोम को उसके घर साथ शौच के लिए खेत की ओर जाने को उठाने गया. तब उसने घर में सबकी लाश पड़ी हुई देखी.
एसपी ने बताया कि आरोपी पुत्र मारतोम खंडइत व उसका दोस्त राम सिंकु ने घटना को अंजाम देने से पहले राम सिंकु के घर में बैठकर हड़िया-शराब का सेवन किया. वहीं पर दोनों ने मिलकर मारतोम खंडइत के परिवार के तीन लोगों (पिता, मां और छोटे भाई) की हत्या की योजना बनायी. इसके बाद देर रात 10 बजे के करीब दोनों ने ओनमो खंडइत के घर में घुसकर हत्या को अंजाम दिया.
घटना के वक्त बीच के कमरे में सो रहे पिता ओनमो खंडइत व छोटे भाई गोबरा खंडइत को बड़े बेटे मारतोम खंडइत ने ही धारदार कुल्हाड़ी से गर्दन पर वार कर मौत के घाट उतारा. वहीं, अंदर के कमरे में सो रही आरोपी बेटे की मां मानी खंडइत को उसके दोस्त राम सिंकु ने चापड़ से गर्दन पर वार कर मौत के घाट उतार दिया. लेकिन इसी बीच मानी खंडइत के साथ सो रहा आरोपी पुत्र का मासूम बेटा बासुदेव जग गया और वह चिल्लाने लगा. जिससे डरकर राम सिंकु ने चापड़ से उसके गले पर वार कर उसे भी मौत की नींद सुला दिया.
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एसपी श्री लिंडा ने बताया कि मारतोम अपने परिवार में सबसे लापरवाह किस्म का था. वह हर दिन हड़िया-शराब आदि का सेवन किया करता था. इस कारण अकसर उसके और परिवार वालों के बीच कलह होती थी. जिस कारण वह घर छोड़कर टाटा चला जाया करता था. उन्होंने बताया कि मारतोम को प्रतीत होने लगा था कि परिवार के सभी सदस्य उससे व उसके पत्नी और पुत्र के साथ सौतेला व्यवहार करते हैं.
साथ ही उसके नहीं रहने पर उसकी पत्नी और पुत्र को भी प्रताड़ित करते हैं. इस कारण मारतोम के भीतर अपने माता-पिता और छोटे भाई के प्रति ईर्ष्या की भावना पनप उठी. जिसमें आक्रोश में आकर उसने इस प्रकार की जघन घटना को अंजाम दिया.
एसपी ने बताया कि मारतोम ने पूछताछ के क्रम में उसने पुलिस के समक्ष घंटों ड्रामा किया. वह बार-बार एक ही बात की रट लगा रहा था कि अगर मैं इस प्रकार की घिनौनी हरकत करता भी, तो फिर अपने ही बेटे को क्यों मारता. मेरा बेटा मेरे जिगर का टुकड़ा था. वहीं, परिवार का आसपास के किसी भी लोग से कोई विवाद भी नहीं थी. उसके पास करीब 40 से 50 डिसमिल जमीन थी. जिसे लेकर इतने बड़े घटना को अंजाम दिया जाना पुलिस के समझ के बिल्कुल भी परे था. दूसरी ओर घर के सबसे आगे वाले कमरे में सो रही मारतोम की पत्नी को भी आरोपियों ने कुछ भी नहीं किया और ना ही उसे घटना की जानकारी हुई. इसलिए बार-बार पुलिस के शक की सुई एकमात्र मारतोम पर ही जाकर अटक गयी. जिसके बाद कड़ाई से पूछताछ के क्रम में मारतोम ने अपना गुनाह कबूल किया.
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एसपी श्री लिंका ने बताया कि जिस गांव में घटना घटी, वहां मात्र 7 परिवार ही निवास करते हैं. गांव में एक तालाब और 7 ही घर है. बाकी खेत-खलिहान के कारण गांव के लोग शाम के वक्त जल्दी खा-पीकर सो जाते हैं, लेकिन घटना वाले दिन मारतोम का साथी राम सिंकु देर रात 10 बजे तक जगा रहा.
उसने ही पूरे गांव वालों को सबसे पहले घटना की जानकारी दी. फिर गांव के मुंडा को 11 बजे के आसपास घटना के बारे में बताया. फिर हाटगम्हरिया थाना को भी सूचना दिया. जब पुलिस ने पूछताछ के दौरान उससे इतने रात तक जगने का कारण पूछा, तो राम सिंकु ने बताया कि चूंकि उसने देर रात तक हड़िया-शराब का सेवन किया था. इस कारण उसे नींद नहीं आ रही थी. इसलिए वह अपने मोबाइल में नशे में फिल्म देख रहा था.
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी जगन्नाथपुर इकुइ डुंगडुंग, पुलिस निरीक्षक मनोरंजन प्रसाद सिंह, हाटगम्हरिया थाना प्रभारी बालेश्वर उरांव, झींकपानी थाना प्रभारी रवि रंजन, कुमारडुंगी थाना प्रभारी अंकिता सिंह, मझगांव थाना प्रभारी, टोंटो थाना प्रभारी सहित एएसआइ मुकेश हेम्ब्रम, एएसआइ उमाशंकर वर्मा, हवलदार राउफ अंसारी, आरक्षी मनोज कुमार महतो, प्रदीप कुमार पाठक, मलराम हाइबुरु व बिशु मुर्मू.
Posted By : Samir Ranjan.