भाकपा माओवादी केंद्रीय कमेटी के सदस्य और एक करोड़ के इनामी मिसिर बेसरा का दाहिना हाथ कहे जानेवाले सैक सदस्य अजय महतो के दस्ते के साथ बुधवार को पुलिस की मुठभेड़ हो गयी. घटना चाईबासा के रेंगड़ाहातू गांव के पास हुई. इस दौरान सुरक्षाबलों ने माओवादियों के कैंप को ध्वस्त कर दिया. अजय महतो 25 लाख का इनामी है.
पुलिस मुख्यालय के अनुसार, छह सितंबर को अजय महतो दस्ता की सूचना पर चाईबासा पुलिस, कोबरा व सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने सघन अभियान चलाया. बुधवार की सुबह सर्च के दौरान माओवादियों ने सुरक्षा बलों पर फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस की ओर से जवाबी कार्रवाई के बाद दस्ता भाग निकला. इसके बाद माओवादियों के कैंप को ध्वस्त कर दिया.
यहां से टेंट, नक्सली वर्दी, बर्तन व दैनिक उपयोग का सामान पुलिस ने बरामद किया.ज्ञात हो कि पिछले दिनों चाईबासा व सरायकेला के सीमावर्ती ट्राइ-जंक्शन क्षेत्र में संयुक्त अभियान में दो माओवादी मार गिराये गये थे. घटनास्थल से कई अत्याधुनिक हथियार व गोलियां बरामद हुई थीं. वहीं झारखंड-छत्तीसगढ़ सीमा पर स्थित बूढ़ा पहाड़ में भी नक्सलियों के कैंप को धवस्त किया गया था. यहां से काफी संख्या में लैंड माइंस, गोली व विस्फोटक बरामद किये गये थे. चाईबासा जिले के सारंडा जंगल में माओवादियों के इस्टर्न रीजनल ब्यूरो का हेड र्क्वाटर है. एक करोड़ के इनामी मिसिर बेसरा उर्फ सागर और असीम मंडल रणनीति बनाकर विध्वंसक कार्रवाई को अंजाम देते हैं.