चाईबासा के सरकारी बस स्टैंड की करीब ढाई लाख तक घटी बोली, जानें मूल्य गिरावट का क्या रहा कारण
Jharkhand News, Chaibasa News, चाईबासा (पश्चिमी सिंहभूम) : चाईबासा के सरकारी बस स्टैंड की बंदोबस्ती पूर्व में गंगा गुप्ता के नाम 15 लाख 25 हजार रुपये में हुआ था, जिसकी अवधि करीब 2 माह पूर्व ही खत्म हो गयी थी. ऐसे में एक माह से इस बस स्टैंड से महसूल की वसूली नगर परिषद खुद ही कर रहा था. हालांकि, नप की ओर से इस बस स्टैंड की बंदोबस्ती के लिए 2 बार निविदा निकाली गयी थी, लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से आर्थिक परेशानी के कारण डाक के लिए कोई भी ठेकेदार आगे नहीं आया.
Jharkhand News, Chaibasa News, चाईबासा (पश्चिमी सिंहभूम) : पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत चाईबासा नगर परिषद ने शहर की सरकारी बस स्टैंड सिकंदर यादव के नाम बंदोबस्त करने का फैसला लिया है. इस आशय का फैसला नगर परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष डोमा मिंज की अध्यक्षता में बुधवार को हुई बैठक में लिया गया. इस बंदोबस्ती के साथ ही सरकारी बस स्टैंड 16 लाख रुपये का हो गया.
चाईबासा के सरकारी बस स्टैंड की बंदोबस्ती पूर्व में गंगा गुप्ता के नाम 15 लाख 25 हजार रुपये में हुआ था, जिसकी अवधि करीब 2 माह पूर्व ही खत्म हो गयी थी. ऐसे में एक माह से इस बस स्टैंड से महसूल की वसूली नगर परिषद खुद ही कर रहा था. हालांकि, नप की ओर से इस बस स्टैंड की बंदोबस्ती के लिए 2 बार निविदा निकाली गयी थी, लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से आर्थिक परेशानी के कारण डाक के लिए कोई भी ठेकेदार आगे नहीं आया.
किसी ठेकेदार के आगे नहीं आने पर 2 साल पहले जहां इस बस स्टैंट के बंदोबस्ती की बोली 18 लाख 36 हजार रुपये में लगी थी, वहीं इस बार नगर परिषद को इसे 2 लाख 36 हजार रुपये घटाकर बंदोबस्ती करनी पड़ी. वहीं, कोरोना को लेकर इसे सिर्फ 16 लाख में ही बंदोबस्त कर दिया गया. बंदोबस्ती के बाद ठेकेदार को 2 किस्तों में राशि जमा करनी पड़ेगी.
गौरतलब है कि किसी भी हाट या बस स्टैंड की बंदोबस्ती के दौरान हर साल पुराने दर से कम से कम 10 फीसदी राशि में वृद्धि कर दी जाती है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो सका. बैठक में मुख्य रूप से नगर परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष डोमा मिंज के अलावा कार्यपालक पदाधिकारी अभय कुमार झा, सुनील पोद्दार, वार्ड पार्षद निर्मला लकड़ा, पवन शर्मा, जेबा फरहत, गंगा करवा, सहायक अभियंता साधु मुंडू मौजूद थे.
Posted By : Samir Ranjan.