Loading election data...

झारखंड में इन 8 गांवों के लोग करेंगे पंचायत चुनाव का बहिष्कार, क्यों हैं आर-पार के मूड में

पुल के अभाव में बारिश में लोगों को नदी पार करने एवं बच्चों को विद्यालय जाने में काफी दिक्कत होती है. बरसात के दिनों में 8 गांव के लोग प्रखंड मुख्यालय बंदगांव से कट जाते हैं. जिससे इन 8 गांव में विकास कार्य प्रभावित हो जाता है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 4, 2021 12:03 PM
an image

Jharkhand Panchayat Chunav 2021, पश्चिमी सिंहभूम न्यूज (अनिल तिवारी) : झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के बंदगांव प्रखंड की हुडंगदा पंचायत की विजय नदी पर पुल निर्माण को लेकर परसाबहाल के ग्रामीणों ने पंचायत चुनाव के बहिष्कार का निर्णय लिया है. पुल निर्माण को लेकर सिकन्दर जामुदा के नेतृत्व में लोगों ने नदी किनारे धरना प्रदर्शन किया. सिकंदर जामुदा ने कहा कि पुल निर्माण को लेकर 8 गांव के लोग पंचायत चुनाव का बहिष्कार करेंगे. उन्होंने कहा कि सांसद गीता कोड़ा, विधायक सुखराम उरांव एवं डीसी से मांग की गई कि यहां जल्द से जल्द नया पुल का निर्माण कराया जाये, लेकिन अब तक इस पर कोई पहल नहीं की गई. मजबूर होकर ग्रामीणों ने पंचायत चुनाव का बहिष्कार का निर्णय लिया.

पुल के अभाव में बारिश में लोगों को नदी पार करने एवं बच्चों को विद्यालय जाने में काफी दिक्कत होती है. बरसात के दिनों में 8 गांव के लोग प्रखंड मुख्यालय बंदगांव से कट जाते हैं. जिससे इन 8 गांव में विकास कार्य प्रभावित हो जाता है. उन्होंने कहा पुल बनाना यहां के लोगों की वर्षों पुरानी मांग है. जिसका समाधान होना ही चाहिए. यह क्षेत्र काफी पिछड़ा हुआ है एवं नक्सल प्रभावित क्षेत्र है. मगर यहां विकास अब तक नहीं हो पाया है. हुड़ांगदा के परसाबहाल ग्रामवासी पिछले कई वर्षों से पुल की समस्याओं से जूझ रहे हैं. यह पुल बन जाने से परसाबहाल, नंदपुर, डेगसरगी, डिपासाई, सांडिग्रम, बंगरासाई राजस्व ग्राम समेत दर्जनों गांव के लोंगो को इसका लाभ मिलेगा.

Also Read: Jharkhand News : झारखंड में अनोखी शादी, अपने बच्चों की मौजूदगी में एक युवक ने दो युवतियों से किया विवाह

अब ग्रामीण आर पार की लड़ाई लड़ेंगे. तीन महीने पहले सांसद गीता कोड़ा ने नदी का निरीक्षण किया था और ग्रामीणों की समस्या को जानकर उन्होंने अश्वासन दिया था कि जल्द से जल्द यहां पुल का निर्माण कराया जायेगा, मगर उन्होंने अब तक कुछ भी नहीं किया. अब ग्रामीणों ने पुल निर्माण को लेकर उग्र आंदोलन करने का फैसला किया है. इस मौके पर मुख्य रूप से कांडे बोदरा, सोनिया पूर्ति, दयानिधि जामुदा, साधु चरण बोदरा, जोगेन नाग, बेहरा बॉडिंग, वीरसिंह जामुदा, राजेश नाग, मानसुख महतो, निलमोहन महतो, शम्भू महतो, बबलू महतो, मानसू महतो, बुधराम कांडेयांग समेत अन्य ग्रामीण उपस्थित थे.

Also Read: झारखंड में फंदे से लटका मिला मां-बेटी का शव, लव मैरिज के बाद दूसरी बीवी बनकर रह रही थी महाराष्ट्र की संगीता

Posted By : Guru Swarup Mishra

Exit mobile version