युवा अन्याय के खिलाफ आवाज उठाएं, बात दबाने से बिगड़ती है, चाईबासा में बोले जस्टिस दीपक रोशन
किसी को किसी विभाग से कार्य लेने में कोई असुविधा हो रही है, तो वह प्राधिकार में आवेदन दे सकते हैं व विधिक स्वयंसेवक के माध्यम से भी प्राधिकार से संपर्क किया जा सकता है. उन्होंने लोगों को पीड़ित मुआवजा योजना (विक्टिम कंपनसेशन स्कीम) की जानकारी दी.
पश्चिमी सिंहभूम जिले में जिला विधिक सेवा प्राधिकार चाईबासा के द्वारा रविवार को कोल्हान विश्वविद्यालय (केयू) के सभागार में विधिक सशक्तीकरण शिविर का आयोजन हुआ. शिविर का उद्घाटन मुख्य अतिथि झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति दीपक रोशन व व्यवहार न्यायालय के प्रधान जिला व सत्र न्यायाधीश विश्वनाथ शुक्ल ने संयुक्त रूप से किया. न्यायधीश दीपक के द्वारा लाभुकों को विभिन्न जन कल्याणकारी सरकारी योजनाओं का लाभ दिया गया. उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा लोगों तक विधिक जानकारी पहुंचाने की है. जानकारी के अभाव में ही हम अपने अधिकार से वंचित होते हैं.
जो जानकारी आपके पास है, उसे दूसरों तक पहुंचाएं
उन्होंने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि अन्याय के विरुद्ध आवाज उठाएं, क्योंकि बात दबाने से ही बिगड़ जाती है. जो जानकारी आप तक पहुंची है, उसे दूसरों तक पहुंचाएं. यह हिंदुस्तान है, यहां की महिलाएं शक्तिवान होती हैं. हम सभी को अपना अधिकार प्राप्त करने के लिए जानकारी प्राप्त कर सशक्त होना चाहिए. पीएलवी के माध्यम से आप जिला विधिक सेवा प्राधिकार तक पहुंच सकते हैं, जहां आपको नि:शुल्क विधिक सहायता प्राप्त होती है. इस दौरान महिलाओं की गोद भराई, बच्चों की मुंहजुठी के साथ विधिक जानकारी भी दी गयी.
प्राधिकार की संरचना कार्यपालिका और न्यायपालिका का संयुक्त : शुक्ल
न्यायाधीश विश्वनाथ शुक्ल ने सर्वप्रथम प्राधिकार के संरचना की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि यह कार्यपालिका और न्यायपालिका का संयुक्त रूप है. इसमें अध्यक्ष के रूप में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश और उपाध्यक्ष जिले के उपायुक्त होते हैं. जिले के एसपी इसके सदस्य होते हैं. उन्होंने कहा कि प्राधिकार के माध्यम से नि:शुल्क विधिक सेवाएं प्रदान की जाती हैं, यदि किसी को किसी विभाग से कार्य लेने में कोई असुविधा हो रही है, तो वह प्राधिकार में आवेदन दे सकते हैं व विधिक स्वयंसेवक के माध्यम से भी प्राधिकार से संपर्क किया जा सकता है. उन्होंने लोगों को पीड़ित मुआवजा योजना (विक्टिम कंपनसेशन स्कीम) की जानकारी दी.
प्राधिकार योजनाओं की दे रही जानकारी : डीसी
उपायुक्त अनन्य मित्तल ने कहा कि प्राधिकार के द्वारा न सिर्फ लोगों को विधिक रूप से सशक्त किया जा रहा है, बल्कि सरकारी योजनाओं की जानकारी भी गांव-गांव तक पहुंचायी जा रही है. प्राधिकार के विधिक स्वयंसेवक (पीएलवी) दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर लोगों को विधिक रूप से सशक्त कर रहे हैं और उनकी सहायता भी कर रहे हैं. प्राधिकार के द्वारा प्रदत्त इन सुविधाओं से जिला सशक्त हो रहा है यह स्वागत योग्य है.
पुलिस प्रशासन सदैव प्राधिकार के लिए कार्यरत : एसपी
पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने भी प्राधिकार के कार्यों की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन सदैव सजगता से प्राधिकार के लिए कार्यरत है. अपनी सकारात्मक भूमिका का निर्वहन कर रहा है. स्वागत भाषण व धन्यवाद ज्ञापन प्राधिकार के सचिव राजीव कुमार सिंह, मंच का संचालन वरीय कोटि की सिविल जज राजश्री अपर्णा कुजूर, डालसा सदस्य विकास दोदराजका व अधिवक्ता शीतल ने किया.
छात्राओं ने किया लघु नाटक का मंचन
कार्यक्रम में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय चाईबासा की छात्राओं ने लघु नाटक और नृत्य के द्वारा प्रेरक सामाजिक संदेश दिया और लोगों की प्रशंसा बटोरी. मौके पर योगेश्वर मणि, ओम प्रकाश, सूर्य भूषण ओझा, शंकर कुमार महाराज, विनोद कुमार, मिलन कुमार, अमिकर परवार, तौसिफ मेराज, ऋषि कुमार, रामेश्वर प्रसाद, शब्बीर अहमद, पारुल सिंह, जयंत शेखर, दिलीप खलखो, सुरेंद्र प्रसाद, सुरेंद्र प्रसाद दास, रत्नेश कुमार, सुभाष मिश्रा, एनएन पांडेय आदि मौजूद थे.