स्थानीयता के मुद्दे पर नाराज हैं सांसद गीता कोड़ा, बोली- खतियानी जोहार यात्रा से कोई लेना देना नहीं
स्थानीयता के मुद्दे पर सांसद गीता कोड़ा नाराज हैं. उन्होंने कहा कि सीएम हेमंत सोरेन ने 1932 को आधार बनाया. इससे पूरा कोल्हान खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहा है. सांसद ने कहा : इस खतियानी जोहार यात्रा से हमें कोई लेना-देना नहीं है.
रांची. चाईबासा की सांसद गीता कोड़ा मंगलवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ‘खतियानी जोहार यात्रा’ में शामिल नहीं हुईं. कार्यक्रम में शामिल नहीं होने के सवाल पर सांसद गीता कोड़ा ने दो टूक जवाब दिया. कहा : मैं इस यात्रा में कैसे शामिल हो सकती थी. कोल्हान के लोगों ने स्थानीयता को लेकर 1964 के सर्वे को शामिल करने की मांग की थी. हम सभी ने कोल्हान के लोगों की भावना से मुख्यमंत्री को अवगत कराया था.
लेकिन, उन्होंने 1932 को आधार बनाया. इससे पूरा कोल्हान खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहा है. सांसद ने कहा : इस खतियानी जोहार यात्रा से हमें कोई लेना-देना नहीं है. जब शरीर में आत्मा ही न हो, तो ऐसे कार्यक्रम में मौजूद रहने का कोई मतलब नहीं है. कोल्हान की भावना को आहत कर मैं कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकती थी.
कल चाईबासा में थे सीएम हेमंत सोरेन
गौरतलब है कि कल चाईबासा स्थित खूंटकट्टी मैदान में सीएम हेमंत सोरेन खतियानी जोहार यात्रा को संबोधित कर रहे थे. जहां उन्होंने कहा कि 1932 के खतियान की बात करेगा, वही झारखंड में राज करेगा. कुछ लोग इसे लेकर भ्रम में हैं, हम देखते हैं कि कौन नहीं मानता है.
भाजपा को हजम नहीं हो रहा जनहित का काम
जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि उच्च शिक्षा के लिए बच्चों को विदेश भेजा जा रहा है. पिछली सरकार ने 11 लाख लोगों के नाम राशन कार्ड से हटा दिये गये थे. हमने 20 लाख लोगों को राशन कार्ड से जोड़ने का काम किया है. सीएम हेमंत ने कहा कि हमारी सरकार जनहित में काम कर रही है, तो भाजपा को हजम नहीं हो रहा है. उसके पेट में दर्द हो रहा है. अब ईडी और सीबीआई जैसी संस्थाओं का दुरुपयोग कर डराने का प्रयास हो रहा है.