चाईबासा : पश्चिम सिंहभूम के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी), खूंटपानी को जिले का प्राइमरी कोविड-19 डेडिकेटेड हॉस्पिटल के तौर पर जल्द उपयोग में लाया जायेगा. खूंटपानी के बासाहातु स्थित सीएचसी भवन के पहले तल्ले को जिला प्रशासन द्वारा प्राइमरी कोविड-19 डेडिकेटेड हॉस्पिटल के रूप तैयार कराया जा रहा है. ऐसे में खूंटपानी सीएचसी में कोरोना मरीजों को क्योर कर रखने के लिए चारों ओर से प्लास्टिक कवर किये गये कुल 60 हाइटेक आइसोलेशन बेड भी लगा दिये गये है. दरअसल, जिले के चक्रधरपुर स्थित रेलवे अस्पताल को कोविड-19 डेडिकेटेड हॉस्पिटल बनाये जाने के बाद प्रत्येक सप्ताह आ रहे लाखों रुपये के बिल के भुगतान को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा यह कदम उठाया गया है.
सूत्रों कि मानें तो, जिला प्रशासन द्वारा जिले में संचालित कोविड-19 डेडिकेटेड हॉस्पिटल को पूरी तरह अपने प्रबंधन में लेने के लिए भी यह कदम उठाया गया है. इससे कोरोना मरीजों को क्योर करने को लेकर दिन प्रतिदिन जिले के बढ़ते खर्च पर भी लगाम लगेगा. ज्ञात हो कि विगत अप्रैल में दपूरे चक्रधरपुर व जिला प्रशासन के बीच रेलवे अस्पताल को कोविड-19 डेडिकेटेड हॉस्पिटल बनाने को लेकर करार हुआ था.
मेसो अस्पताल में भी रखे जा सकते हैं सिंप्टोमेटिक मरीज : खुंटपानी के बड़ाचीरू में कल्याण विभाग द्वारा संचालित मेसो अस्पताल को भी जिला प्रशासन द्वारा भविष्य में जरूरत पड़ने पर कोविड-19 हॉस्पिटल बनाया जा सकता है. दरअसल, मेसो अस्पताल के लिए हाल ही में जिला क्रय समिति की ओर से 100 बेड के साथ ही 80 के करीब ऑक्सीजन सिलिंडर आदि की खरीदारी की गयी है. बेड की सप्लाई भी की जा चुकी है. इस संबंध में मिली जानकारी अनुसार कोरोना के मरीज में एकाएक वृद्धि होती है तो, प्रशासन की ओर से कोरोना के सिंप्टोमेटिक मरीजों को मेसो अस्पताल में रखा भी जा सकता है. हालांकि इसे लेकर अबतक किसी प्रकार की पुष्टि नहीं की गयी है.
चक्रधरपुर कोविड हॉस्पिटल में 300 रु प्रति व्यक्ति खाना : चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल में रेलवे की ओर से संचालित कैंटीन से वर्तमान में कोरोना मरीजों के साथ ही हॉस्पिटल में कार्यरत डॉक्टर, नर्स आदि स्टाफ के लिए खाना बनता है. यहां प्रतिदिन 300 रुपये, प्रति व्यक्ति के हिसाब से रेलवे अस्पताल की ओर से बिल बनाया जा रहा है. ऐसे में मात्र खाना के लिए प्रत्येक सप्ताह लाखों में बिल का भुगतान जिला प्रशासन को करना पड़ रहा है. सूत्रों के अनुसार अबतक केवल मरीज समेत चिकित्सक व कर्मियों के खाने पर 4 लाख से अधिक का खर्च आया है. इसके अलावा चक्रधरपुर के दो होटलो में संचालित कोविड हॉस्पिटल में कार्यरत चिकित्सक, एएनएम, सीएचओ, सफाईकर्मी आदि के रहने का इंतजाम किया गया है. इसमें भी लाखों का खर्च सामने आया है.
सीएचसी के पहले तल्ले में रखे जायेंगे कोरोना मरीज : खूंटपानी सीएचसी भवन के पहले तल्ले को कोविड-19 डेडिकेटेड हॉस्पिटल बनाया जा रहा है. इस संबंध में खूंटपानी सीएचसी के प्रभारी डॉ गायशुद्दीन ने बताया कि कोविड हॉस्पिटल बनाये जाने को लेकर प्रशासन की ओर से अबतक कुल 60 हाइटेक बेड समेत 10-10 पीस ऑक्सीजन सिलिंडर, प्लस ऑक्सीमीटर मशीन, न्यूब्लाइडर आदि के साथ ही मरीज को उठाने वाली ट्रॉली, खाना परोसने वाली ट्रॉली, 500 पीस चादर व तकिया कवर उपलब्ध कराया गया है. वर्तमान में केंद्र के ऊपरी तल्ले की साफ-सफाई एवं रंगाई-पोताई का कार्य जोर-शोर से चल रहा है. इसके पूरा होते ही उक्त सीएचसी का संचालन कोविड-19 हॉस्पिटल के तौर पर होगा. उन्होंने बताया कि सीएचसी के ऊपरी तल्ले पर कुल छह कमरे हैं, जिसमें डेढ़-डेढ़ फीट के अंतर पर कुल 60 बेड लगाये जायेंगे. इसके साथ ही केंद्र में कुल 10 बेड के आइसोलेशन वार्ड की भी व्यवस्था की जायेगी.
खुंटपानी सीएचसी में ही मरीजों के लिए बनेगा खाना : खुंटपानी सीएचसी में कोरोना मरीजों को 100 रुपये प्रतिदिन, प्रति मरीज के हिसाब से खाना खिलाया जायेगा. दरअसल, जिला अस्पताल प्रबंधन समिति की बैठक में इसे लेकर निर्णय लिया गया है. समिति की ओर से पंड्राशाली के रामचंद्र गोप को काम सौंपा गया है. दरअसल, खुंटपानी सीएचसी में ही मरीजों के लिए खाना तैयार कराया जायेगा. इसके लिए संबंधित व्यक्ति को अस्पताल भवन में ही एक कमरा किचन के लिए उपलब्ध कराया जा रहा है. इसके साथ ही खुंटपानी सीएचसी में ही कोविड-19 डेडिकेटेड हॉस्पिटल में कार्यरत संबंधित डॉक्टर्स, नर्स आदि के रहने का इंतजाम भी किया जायेगा.
Post by : Pritish Sahay