चाईबासा : अलग कोल्हान देश के नाम पर पश्चिमी सिंहभूम जिले में धारा 144 (कोरोना के कारण) के समय आरोपियों ने बहाली प्रक्रिया चलायी थी. पिछले 14 जनवरी को असुरा उच्च विद्यालय मैदान में कैंप लगा था. यहां 300 से 400 युवक व युवतियां जमा हुए थे. यहां सैकड़ों युवाओं ने फाॅर्म लेकर आवेदन जमा किया था.
फर्जी बहाली की सूचना पाकर झींकपानी पुलिस असुरा पहुंची थी. पुलिस ने कोरोना के कारण क्षेत्र में धारा 144 लागू होने की बात कह मैदान से हटने को कहा. इसके बावजूद सभी मैदान में डटे थे. यह देख पुलिस ने कार्रवाई की चेतावनी दी, तब मैदान में जमा लोग तितर-बितर हुए. पुलिस के पहुंचने के बाद युवाओं को पता चला कि वे ठगी के शिकार हो गये हैं.
जानकारी के अनुसार उस दिन बारिश हो रही थी. वहीं, नौकरी पाने की आस में बारिश में भीगते हुए युवाओं ने फिटनेस टेस्ट दिया था. आवेदन जमा करने वाले युवाओं से कहा गया था कि उनकी नौकरी पक्की हो गयी है. उन्हें जल्द अप्वाइंटमेंट लेटर दिया जायेगा.
जानकारी के अनुसार पढ़े-लिखे युवकों ने आवेदन जमा किया था. उनसे कहा गया था कि उन्हें अच्छा पोस्ट मिलेगा. इसके लिए अलग से 10 हजार रुपये जमा करने होंगे. कुछ युवकों ने 10 हजार रुपये जमा किये थे. उस दौरान किसी को फोटो लेने व वीडियो बनाने नहीं दिया जा रहा था. इसके बावजूद कुछ लोगों ने चोरी छिपे विडियो बनायी थी.
पुलिस पर हमला व देशद्रोह की मंशा से फर्जी बहाली मामले में अबतक 19 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. दूसरी ओर कोल्हान गवर्मेंट इस्टेट का खुद को खेवटदार नंबर एक कहने वाले आनंद चातर फरार है. उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. वहीं संगठन के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है. आनंद चातर मझगांव थाना क्षेत्र के बेनाजोड़ी गांव का रहने वाला है.
पश्चिमी सिंहभूम जिले में अलग कोल्हान देश की आग फिर भड़कने के बाद प्रशासन सतर्क हो गया है. इस बाबत पांच साल पूर्व के मामले में फरार चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर मंगलवार की शाम जेल भेज दिया है.
Posted By : Sameer Oraon