झारखंड की कोल्हान यूनिवर्सिटी के वोकेशनल सेल के को-ऑर्डिनेटर डॉ संजीव आनंद को हटाने का आदेश, ये है वजह

Jharkhand News : चाईबासा स्थित कोल्हान विश्वविद्यालय के वोकेशनल सेल के को-ऑर्डिनेटर डॉ संजीव आनंद को पद से हटाने का आदेश दिया गया है. विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ गंगाधर पंडा ने संबंधित फाइल पर सहमति दे दी. विश्वविद्यालय इस पर जल्द अधिसूचना जारी कर सकता है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 29, 2022 5:46 AM

Jharkhand News : चाईबासा स्थित कोल्हान विश्वविद्यालय के वोकेशनल सेल के को-ऑर्डिनेटर डॉ संजीव आनंद को पद से हटाने का आदेश दिया गया है. विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ गंगाधर पंडा ने संबंधित फाइल पर सहमति दे दी. विश्वविद्यालय इस पर जल्द अधिसूचना जारी कर सकता है. डॉ. संजीव आनंद करीब 4 वर्ष का कार्यकाल पूरा करने वाले थे. एक माह पूर्व विश्वविद्यालय प्रशासन ने यह दायित्व वापस ले लिया. हाल ही में विभिन्न छात्र संगठनों ने डॉ. संजीव आनंद को हटाने की मांग की थी. मांग पूरी नहीं होने पर छात्र संगठनों ने विश्वविद्यालय की जमशेदपुर से चाईबासा जाने वाली बस तक को रोक दिया था. डॉ. संजीव आनंद को पद पर बनाये रखने को लेकर विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किये गये थे.

डॉ शुक्ला मोहंती के कार्यकाल में को-ऑर्डिनेटर बने थे डॉ संजीव आनंद

दरअसल डॉ. संजीव आनंद चाईबासा टाटा कॉलेज में राजनीति शास्त्र विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं. इसी दौरान पूर्व कुलपति डॉ. शुक्ला मोहंती के कार्यकाल में इन्हें कोल्हान विश्वविद्यालय के वोकेशनल सेल का को-ऑर्डिनेटर बनाया गया था. तब से अब तक वह अपने पद पर बने हुए थे. कुछ छात्र संगठनों की ओर से डॉ. संजीव आनंद पर गंभीर आरोप लगाये गये थे.

सभी आरोप तथ्यहीन और आधारहीन हैं

डॉ संजीव आनंद ने कहा कि मेरे ऊपर लगाया गये सभी आरोप तथ्यहीन और आधारहीन हैं. जहां तक विश्वविद्यालय की ओर से मुझे हटाने की बात है तो मुझे इसकी जानकारी नहीं है. हम सभी लोग विश्वविद्यालय के लिए काम करते हैं. वह जब चाहे हमें हटा सकता है अथवा कोई जिम्मेदारी दे सकता है. डॉ. संजीव आनंद ने बताया कि उनकी अधिसूचना में अगले आदेश तक के लिए उन्हें इस पद की जिम्मेदारी सौंपी गयी थी. विवि के जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ. पीके पाणि ने कहा कि फिलहाल वह इस मामले में कोई जानकारी नहीं दे सकते. इस संबंध में कोई अधिसूचना जारी होने के बाद ही वह इसकी जानकारी दे सकेंगे.

Posted By : Guru Swarup Mishra

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