प्रतिनिधि, मनोहरपुर मनोहरपुर के संत अगस्तीन कॉलेज में शनिवार को ””””बिनारी एक्रीडिटेशन सिस्टम एंड रोल ऑफ ऑल स्टेक होल्डर”””” विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया. सेमिनार का उद्घाटन कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ राजेन्द्र भारती ने किया. इस मौके पर उन्होंने महाविद्यालय के राष्ट्रीय स्तर के मूल्यांकन की व्यवस्था पर जोर दिया. कहा कि विश्वविद्यालय के सभी संबद्ध महाविद्यालयों को नैक से मूल्यांकन कराना अनिवार्य है. बंगाल के नंदीग्राम के सीतानंद कॉलेज के प्राचार्य डॉ सामू माहली ने बैंक मूल्यांकन कराने के तरीके और उसकी विभिन्न पहलुओं पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी. छत्तीसगढ़ के शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय गरियाबंद के डॉ संजय कुमार ने छात्रों के बेहतर भविष्य के लिए मार्गदर्शन किया. शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला. नोवामुंडी कॉलेज के प्राचार्य डॉ मनोजीत विश्वास ने नैक से मूल्यांकन में छात्रों, शिक्षकों, अविभावकों व पूर्ववती छात्रों एवं महाविद्यालय के शासी निकायों के योगदान पर चर्चा की. सेमिनार को मुख्य वक्ता दिलीप मंगराज (सेवायत श्री जन जगन्नाथ मंदिर, पुरी) ने पावर पवार प्वाइंट की सहायता से संस्था के मूल्यांकन में छात्रों की अहम भूमिका पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि सभी संघटकों को मिल जुलकर कार्य को पूरा करना चाहिये. इससे पूर्व महा विद्यालय के प्राचार्य प्रो नेहरू लाल महतो ने सभी विद्वानों को स्वागत करते हुए इस राष्ट्रीय सेमिनार के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला. मंच से शासी निकाय के सचिव रेवरेन मनोहर किम्बो ने सेमिनार में उपस्थित झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा एवं बंगाल से आये बुद्धिजीवियों का स्वागत करते हुए कहा कि नैक से मूल्यांकन में आने वाली सभी समस्याओं का समय पर समाधान कर लिया जायेगा. कार्यक्रम का संचालन सोनल भुइयां ने किया. मौके पर प्रो विक्रम, डॉ साधेश्वरी देवी के अलावा कॉलेज के प्राध्यापक और छात्र मौजूद थे.
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