चाईबासा.
चाईबासा के अमलाटोला में श्री राणीसती मंदिर में नौ दिवसीय मंगसीर नवमी महोत्सव के पांचवें दिन बुधवार की सुबह 8 बजे से पूजन व ज्योत आरती की गयी. इसके बाद अपराह्न 3 बजे से पुरुलिया से आयी गायिका रोशनी शर्मा ने मंगल पाठ किया. साथ ही भजन की प्रस्तुत दी. इसके बाद शाम 7.30 बजे संध्या आरती की गयी. भोग लगाकर प्रसाद वितरण किया गया. मंगल पाठ सेवा अशोक दोदराजका व प्रसाद सेवा कमल बुधिया की ओर से किया गया. मंदिर ट्रस्ट के सचिव प्रदीप पसारी ने बताया कि बुधवार को मंगल पाठ में मां के नारायणी स्वरूप का वर्णन करते हुए नारी शिक्षा पर भी प्रकाश डाला गया. बताया गया कि बाल्यकाल में ही नारायणी देवी ने वेदों का पाठ, रामायण, महाभारत व गीता आदि शास्त्रों का पाठ कर परम ज्ञान को प्राप्त किया. इस पाठ के माध्यम से महिला को नारी को शास्त्र एवं शस्त्र दोनों शक्ति का ज्ञान होने की प्रेरणा मिली. साथ ही बताया गया कि नारी में शास्त्र एवं शस्त्र दोनों आवश्यक है.परिवार को सुरक्षा प्रदान करती हैं मां जगदंबा
मंगल पाठ में करीब 300 महिलाओं व बालिकाओं ने भाग लिया. वे समाज में शिक्षा एवं शक्ति के प्रति जागरूक भी हुईं. वहीं मंगल पाठ में बताया गया कि मां जगदंबा उनको और उनके पूरे परिवार को सुरक्षा प्रदान करती हैं. वहीं, ट्रस्ट के सचिव श्री पसारी ने बताया कि श्री राणीसती मंदिर से रुंगटा परिवार का विशेष लगाव रहा है. मुकुंद रुंगटा महोत्सव के दौरान प्रतिदिन मां के दर्शन को आते हैं.
कार्यक्रम में ये थे उपस्थित
कार्यक्रम संयोजक मंडली में प्रभात पसारी, कन्हैया अग्रवाल, राकेश बुधिया, इन्द्र पसारी, नरेश अग्रवाल, तन्मय पसारी, अभिषेक पसारी, अमित रुंगटा, बजरंग अग्रवाल, कपिल गोयल, अजय मोहता, सुशील पसारी, नारायण पाडिया, अंचल पसारी व मधु बुधिया सहित मंदिर से जुड़े सदस्य एवं भक्त उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है