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झारखंड : कोल्हान में सुरक्षाबलों की लगातार दबिश से बौखलाए नक्सली, 7 दिनों में की 4 ग्रामीणों की हत्या

कोल्हान के जंगलों में सुरक्षाबलों की लगातार दबिश से नक्सली बौखला गये हैं. पुलिस मुखबिरी के आरोप में नक्सलियों ने सात दिनों के अंदर चार ग्रामीणों की हत्या कर दी. नक्सलियों के उत्पात से जंगल किनारे के ग्रामीण काफी डरे-सहमे हैं. वहीं, सुरक्षाबलों का अभियान लगातार जारी है.

Jharkhand Naxalites News: कोल्हान क्षेत्र में सुरक्षाबलों की लगातार दबिश से नक्सली बौखला गये हैं. पुलिस मुखबिरी के आरोप में नक्सली ग्रामीणों को निशाना बना रहे हैं. पश्चिमी सिंहभूम जिले के टोंटो में 11 अगस्त, 2023 को हुई मुठभेड़ के बाद नक्सली लगातार ग्रामीणों की हत्या कर रहे हैं. अबतक चार ग्रामीण को मौत के घाट उतार चुके हैं. पुलिस मुखबिर के संदेह में ग्रामीणों की हत्या कर रहे हैं.

11 अगस्त की मुठभेड़ में तीन नक्सलियों के मारे जाने की खबर!

सूत्रों के अनुसार, 11 अगस्त को मुठभेड़ में भाकपा माओवादी नक्सलियों को भारी नुकसान हुआ. तीन नक्सलियों के मारे जाने व कई के घायल होने की बात आ रही है. हालांकि, पुलिस व नक्सलियों ने अबतक बयान जारी नहीं किया है. मुठभेड़ में नक्सलियों के 11 बंकर ध्वस्त हुए थे. वहीं ग्रेनेड सहित रोजमर्रा के सामान को जब्त किया था. सूत्रों की मानें, तो टोंटो के रेड़ाकोचा जंगल में मुठभेड़ में मारे गये नक्सलियों के शव को साथी नक्सली लेकर फरार हो गये थे. पुलिस ने नक्सलियों का इस्टर्न रिजनल ब्यूरो के हेडक्वार्टर को ध्वस्त कर दिया था. इसमें आइआरबी शीर्ष कमांडर व सेंट्रल कमेटी के सदस्य एक करोड़ का इनामी मिसिर बेसरा रहता था.

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मुठभेड़ के बाद से कुख्यात नक्सली की कथित पत्नी गायब

सूत्रों के अनुसार, 11 अगस्त की मुठभेड़ के बाद 12 -15 नक्सलियों का नेतृत्व कर रहा कुख्यात नक्सली सिंगराय की कथित पत्नी रीता लापता है. आशंका है कि उसकी मौत या घायल हो गयी है. अभी यह बात स्पष्ट नहीं हो पाया है.

इन ग्रामीणों की हत्या कर चुके हैं नक्सली

नक्सली बीते आठ दिनों में चार ग्रामीणों की हत्या कर चुके हैं. इनमें कदमडीह पंचायत के वृद्ध रांदो सुरीन, राजाबासा के लोवाबेड़ा टोला निवासी अर्जुन सुरीन, रेंगड़ा गांव के सुपाय मुरकंड व सांगाजाटा के जयसिंह अंगारिया शामिल है. सूत्रों की मानें, तो अर्जुन सुरीन नक्सलियों के लिए काम काम करता था. उनके मुख्यालय में खस्सी, राशन व अन्य सामग्री पहुंचाया करता था. लोवाबेड़ा में अर्जुन सुरीन का एकमात्र घर था. रांदो सुरीन का नक्सलियों से अच्छा संबंध था.

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मिसिर बेसरा से पांच साल बाद हुई थी मुठभेड़

गौरतलब हो कि पुलिस व सुरक्षाबलों ने बीते 08 अगस्त से टोंटो के सरजामबुरु, रेंगड़ाहातु, लुइया व हुसीपी के बीच वन क्षेत्र में विशेष संयुक्त अभियान शुरू किया था. 09 अगस्त को टोंटो के रेड़ाकोचा जंगल के पास मिसिर बेसरा की कोर टीम के साथ करीब आधे घंटे तक मुठभेड़ हुई. इसमें सरजामबुरु से नक्सलियों का मुख्यालय ध्वस्त हो गया. 10 अगस्त को बंकरों को ध्वस्त कर 17 आईईडी बरामद किया था.

चार दिनों में तीन जवान हुए थे शहीद

वहीं, 11 अगस्त को हुसिपी और तिलायबेड़ा के बीच मुठभेड़ में हवलदार मुन्ना शहीद हो गया था. वहीं कॉन्स्टेबल सुशांत को पैर में गोली लगी थी. जबकि, 14 अगस्त को हुई मुठभेड़ में झारखंड जगुआर यूनिट के इंस्पेक्टर अमित तिवारी व हवलदार गौतम कुमार की जान चली गयी थी.

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रोजी-रोटी के लिए जंगल में जाना ग्रामीणों की मजबूरी

पश्चिमी सिंहभूम में जंगल के सहारे रोजी-रोटी चलने वाले ग्रामीणों की जिंदगी आफत में है. जंगल नहीं जाएंगे, तो भूख से और जंगल गये तो नक्सलियों के लगाये बम (आईईडी) से मौत हो रही है. ग्रामीण दोहरे संकट में हैं. हालांकि, पुलिस व नक्सली दोनों ग्रामीणों को जंगल में नहीं जाने की चेतावनी दे रहे हैं, लेकिन रोजी-रोटी कहां से आयेगी? इसकी चिंता किसी को नहीं है. आखिर चिंता हो भी क्यों, मरने वाले गरीब ही तो हैं.

टोंटो और गोइलकेरा के 80 फीसदी ग्रामीणों की जिंदगी जंगल के भरोसे

कोल्हान जंगल अंतर्गत टोंटो और गोइलकेरा प्रखंड के करीब 75-80 फीसदी ग्रामीणों की जिंदगी वनोत्पाद से चलती है. ज्यादातर ग्रामीण जंगल की लकड़ी बेचकर अपना व अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं. उन्हें साइकिल से 25-35 किमी तक सफर करना पड़ता है. ग्रामीण सुबह जंगल में चले जाते हैं. वहां से लकड़ियां लाकर बेचते हैं.

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आईईडी की चपेट में आने से जान गंवाने वाले ग्रामीण

तारीख : नाम और उम्र : गांव

20 नवंबर, 2022 : चेतन कोड़ा (45) : रेंगड़ाहातु, टोंटो

28 दिसंबर, 2022 : सिंगराय पूर्ति (23) : छोटाकुइड़ा, गोइलकेरा

21 फरवरी, 2023 : हरिश्चंद्र गोप (23) : मेरालगढ़ा, गोइलकेरा

01 मार्च, 2023: कृष्णा पूर्ति (55) : ईचाहातु, गोइलकेरा

25 मार्च, 2023 : गुरुवारी तामसोय (62) : चिड़ियाबेड़ा, मुफस्सिल

14 अप्रैल, 2023 : जेना कोड़ा उर्फ मोटका (35) : रेंगड़ाहातु, टोंटो

28 अप्रैल, 2023 : गांगी सुरीन (65) : पाताहातु, गोईलकेरा

18मई, 2023 : नारा कोड़ा (10) : रेंगड़ाहातु (बांग्लागुटु टोला)

आईईडी की चपेट में आने से घायल ग्रामीण

तारीख : नाम और उम्र : गांव

24 जनवरी, 2023 : बालक (13) : कटम्बा, गोइलकेरा

23 फरवरी, 2023 : जेमा बहांदा (55) : पटातोरोब, टोंटो

01 मार्च,2023 : नंदी पूर्ति (50) : ईचाहातु, गोइलकेरा

25 मार्च, 2023 : चांदो कुई तामसोय (62): अंजदबेड़ा, चिड़ियाबेड़ा

09 अप्रैल, 2023 : सेलाय कुंटिया : पटातोरोब, टोंटो

14 अप्रैल, 2023 : बालक (छह साल) : रेंगड़ाहातु, टोंटो

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तुम्बाहाका मुठभेड़ में शामिल दो नक्सली 10 दिन बाद गिरफ्तार

14 अगस्त को पश्चिमी सिंहभूम के टोंटो थानांतर्गत तुम्बाहाका के पास जंगली क्षेत्र में मुठभेड़ हुई थी. जिसमें झारखंड जगुआर के पुलिस अवर निरीक्षक अमित तिवारी व आरक्षी- 2787 गौतम कुमार गोली लगने से शहीद हो गये थे. पश्चिमी सिंहभूम पुलिस ने इस मामले के आरोपी समजा हेम्ब्रम (30 वर्ष) व पांडू पूर्ति (25 वर्ष) को शुक्रवार को गिरफ्तार किया. दोनों तुम्बाहका के रहने वाले हैं. इसकी जानकारी पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने पत्रकारों को दी. उन्होंने बताया कि घटना के दस दिन बाद 25 अगस्त को गुप्त सूचना मिली कि उक्त मुठभेड़ में संलिप्त प्राथमिकी अभियुक्त अपने गांव तुम्बाहाका के आस-पास आये हुए हैं. इस पर छापामारी की गयी. पूछताछ में दोनों ने अपना अपराध स्वीकार किया है. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पांडू पुरती का भाई भी माओवादी दस्ता का सदस्य है. इस कांड में संलिप्त अन्य आरोपियों के विरुद्ध छापामारी की जा रही है.

नक्सलियों ने की थी फायरिंग

मालूम हो कि 14 अगस्त को झारखंड जगुआर के जवानों द्वारा चलाये जा रहे अभियान क्रम में अजय महतो व कांडेय के नेतृत्व में 20 नक्सलियों ने फायरिंग की थी. इसके बाद जवानों की नक्सलियों के साथ मठभेड़ हो गयी थी. छापेमारी दल में झींकपानी अंचल के पुलिस निरीक्षक, टोंटो थाना प्रभारी के अलावा सीआरपीएफ-197 बटालियन के सशस्त्र बल आदि जवान शामिल थे.

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शदीह के श्राद्धकर्म में जगुवार के डीआइजी हुए शामिल

2012 बैच के शहीद अमित तिवारी के श्राद्धकर्म में पुलिस परिवार शामिल हुए और उन्हें श्रद्धांजलि दी. इसके साथ सामूहिक रूप से एकत्र किये गये 13 लाख 71 हजार रुपये उनके परिजनों को सौंपा. अमित चाईबासा के जगुआर में अवर निरीक्षक के पद पर पदस्थापित थे और नक्सलियों की कायरता के शिकार हो गए और उनके पार्थिव शरीर को तुरला ले जाया गया था. शनिवार को श्राद्ध कर्म में जगुआर के डीआईजी इंद्रजीत महथा और उनके बैच के मित्र व काफी संख्या में पुलिस पदाधिकारी आदि ने श्रद्धांजलि अर्पित की. डीआइजी परिजनों को ढांढस बंधाया. मौके पर पुलिस निरीक्षक प्रवीण कुमार आदि मौजूद थे.

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