Chaibasa News : रैन बसेरा बने खंडहर, फुटपाथ पर ठिठुर रहे लोग

चाईबासा. शहर में लाखों खर्च कर बने रैन बसेरा उपयोग लायक नहीं, कई पर अवैध कब्जा है, तो कई में खिड़की-दरवाजा तक नहीं

By Prabhat Khabar News Desk | December 16, 2024 11:51 PM

भागीरथी महतो, चाईबासा.

पश्चिमी सिं हभूम जिले में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. जिला मुख्यालय चाईबासा का पारा 7 डिग्री तक पहुंच गया है. जबकि, शहर में फुटपाथ पर रहने वालों के लिए एक भी रैन बसेरा नहीं हैं. करीब 15 साल पहले नगर परिषद की ओर से बनाये गये आधा दर्जन रैन बसेरा खंडहर हो गये हैं. कई रैन बसेरा में अवैध कब्जा है, तो कई उपयोग लायक नहीं हैं. चाईबासा रेलवे स्टेशन, सदर अस्पताल परिसर व सड़क किनारे फुटपाथ पर रात में सोये मिलते हैं. ज्ञात हो कि पिछले साल तक शहर के गाड़ीखाना, अमलाटाेला, पुलहातु, रोरो नदी तट, उरांव कब्रिस्तान, श्मशान काली मंदिर परिसर व कुम्हार टोली नदी किनारे रैन बसेरा था. नप कर्मियों ने बताया कि शहर में आश्रयगृह बन जाने के कारण रैन बसेरा का उपयोग नहीं किया जा रहा है. सभी रैन बसेरा जर्जर हो गये हैं. 15 साल पूर्व नगर परिषद ने कई इलाकों में रिक्शा चालक, गरीब व असहाय लोगों के लिए लाखों रुपये खर्च कर रैन बसेरा बनाया था. रैन बसेरा के साथ एक चापाकल की व्यवस्था की गयी थी. ये अब कोई काम के नहीं हैं.

सदर अस्पताल : रैन बसेरा में चल रहा दाल-भात केंद्र व दुकान

चाईबासा सदर अस्पताल परिसर में रैन बसेरा है. यहां दो कमरे हैं. इनमें एक कमरा में मुख्यमंत्री आदर्श दाल-भात केंद्र चलता है. वहीं, दूसरे कमरे में तेल, साबुन, चाय, चिप्स, कुरकुरे की दुकान चल रही है.

पुलहातु : रैन बसेरा में अवैध कब्जा, दरवाजा-खिड़की नहीं

पुलहातु स्थित रैन बसेरा पूरी तरह से खंडहर हो गया है. वहां एक खटाल संचालक ने अवैध कब्जा कर पुआल रखा है. इसमें दरवाजा व खिड़की नहीं है.

श्मशान घाट : रैन बसेरा में रखी हैं लकड़ियां

श्मशान घाट स्थित रैन बसेरा में शव जलाने के लिए लकड़ियां रखी हुई हैं. यहां भी खिड़की व दरवाजा नहीं है. यहां ठहरने की व्यवस्था नहीं है.

अमला टोला : रैन बसेरा में लटक रहा ताला

अमला टोला स्थित रैन बसेरा में एक महिला समिति ने कपड़ा बैंक के रूप में प्रयोग के लिए लिया था. वहां फिलहाल ताला लटक रहा है.

बस स्टैंड : रैन बसेरा में चल रहा दाल-भात केंद्र

चाईबासा बस स्टैंड स्थित रैन बसेरा में महिला स्वयं सहायता का कब्जा है. वहां महिला समिति की ओर से दाल-भात केंद्र चलाया जा रहा है. शहर के जेवियर स्कूल स्थित रैन बसेरा, गाड़ीखाना, कुम्हारटोली, नीमडीह स्थित रैन बसेरा जर्जर व खंडहर हो गया है. मंगला बाजार स्थित सब्जी मंडी आदि इलाकों में रैन बसेरा का निर्माण हुआ है.

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