Chaibasa News : गोदामों में एक दिन का आलू बचा, कीमत 50 तक पहुंचा

बंगाल सरकार की रोक के बाद आलू की किल्लत बढ़ी

By Prabhat Khabar News Desk | December 2, 2024 11:00 PM

चाईबासा. चाईबासा व आसपास के क्षेत्र में बंगाल से आलू नहीं पहुंच रहा है. इस कारण ज्यादातर थोक कारोबारियों के गोदाम में एक दिन का स्टॉक बचा है. हालांकि थोक व्यापारी यूपी से आलू मंगाने का प्रयास कर रहे हैं. थोक व्यापारी ने बताया कि बंगाल सरकार ने झारखंड में आलू की सप्लाई पर रोक लगा दी है. आलू की किल्लत होने से खुदरा बाजार में आलू 40- 50 रुपये किलो बिक रहा है. सब्जियों का राजा आलू की कीमत बढ़जाने से गृहणियों पर असर पड़ रहा है. अगले दिन मंगलवार को साप्ताहिक हाट होने के कारण आलू की खपत बढ़ जायेगी. थोक व्यापारियों के गोदाम में एक दिन का आलू बचा है. इससे कारोबारियों से सहित आम लोगों की चिंता बढ़ गयी है.

चोरी-छिपे अधिक कीमत पर कम आलू मंगाया जा रहा

थोक विक्रेताओं ने बताया कि बंगाल सरकार ने 29 नवंबर से झारखंड में आलू की सप्लाई बंद कर दी है. बंगाल बार्डर से बड़ी मुश्किल से कुछ आलू मंगवा पा रहे हैं. इसके लिए ज्यादा पैसे खर्च करना पड़ रहा है. यहां छोटे ट्रकों के माध्यम से आलू- प्याज मंगवाया जाता है. पहले 13000- 13500 रुपये में आलू मंगा रहे थे. अब 15,500 से लेकर 16000 रुपए खर्च करने पड़ रहे हैं. प्रत्येक छोटे ट्रकों पर 50 केजी के 300 बोरे लोड किए जाते हैं. रोक के कारण बंगाल और झारखंड बॉर्डर के चाकुलिया, बलरामपुर एवं झाडग्राम के पास आलू लोड करने के लिए रोजाना- 200- 300 ट्रक खड़ा रह रहा है.

चाईबासा से पूरे जिले में जाता है आलू

थोक व्यापारी शंकर गुप्ता ने बताया कि यहां आलू- प्याज का मुख्य कारोबार तम्बाकू पट्टी में होता है. यहां आलू- प्याज के आधा दर्जन थोक कारोबारी हैं, जबकि टुंगरी मोहल्ले में एक कारोबारी हैं. गाड़ीखाना मार्ग तांबो चौक पर एक- एक कारोबारी हैं, जो मधुबाजार से आलू की खरीदारी कर ग्रामीण क्षेत्रों में सवारी गाड़ियों के माध्यम से भेजते हैं. झींकपानी, हाटगम्हरिया, कुमारडुंगी, मझगांव, जगन्नाथपुर, जैंतगढ, नोवामुंडी, बडाजामदा, गुवा और किरीबुरु में भी चाईबासा से आलू भेजा जाता है.

बेमौसम बरसात से सब्जियों को नुकसान, भाव चढ़ा

जैंतगढ़. दो दिन पहले हुई बारिश से सब्जियों को नुकसान पहुंचा है. इसके कारण कीमत बढ़ गयी है. बैंगन ने 80 का आंकड़ा पार कर लिया है. टमाटर शतक के करीब है. 70 से 80 रु किलो बिक रहा है. वहीं, परवल देसी 100 व चलानी 80, खेक्सा 80, सहजन 160, मिर्च हरी 200, धनिया पत्ती 300, लौकी 40 रु, कच्चू 50, ओल 50, शिमला मिर्च 140, बंद गोभी 100, फूल गोभी 140, बीम 120, झींगी 80, बिट 120, बोदी 60, मूली 60, खीरा 40 रुपये किलो बिक रहा है. वहीं प्याज़ 80 से 90, लहसुन 300 से 350, अदरक 180 से 250 रु किलो बिक रहा है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version