चाईबासा : झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिला मुख्यालय चाईबासा में बैनर टांगकर नक्सलियों ने पुलिस प्रशासन की नींद उड़ा दी है. क्षेत्र में रहने वाले लोगों के मन में भी डर घर कर गया है. बैनर लगाकर गांव-गांव में नक्सलियों की फौज खड़ी करने व संयुक्त मोर्चा बनाने की अपील की गयी है.
हो भाषा में लिखे गये बैनर के जरिये गांव से पुलिस कैम्प हटाने के लिए एकजुट होने का आह्वान किया गया है. लोगों से सारंडा एक्शन प्लान का विरोध करने व पेसा कानून के तहत ग्रामसभा करने की भी अपील की गयी है. नये एसपी के प्रभार लेने के तुरंत बाद नक्सलियों की इस कार्रवाई से क्षेत्र में डर का माहौल है.
मंगलाहाट व बिरसा मुंडा क्रिकेट स्टेडियम के पास नक्सलियों ने पोस्टरबाजी कर नये एसपी को चुनौती दी है. बुधवार सुबह लोगों की नजर नक्सली बैनरों पर पड़ी, तो सभी सहम गये. हालांकि, पुलिस अधीक्षक अजय लिंडा ने इसे असामाजिक तत्वों की शरारत बताया.
Also Read: सीएनटी-एसपीटी एक्ट को खत्म करने के लिए हेमंत सरकार ला रही झारखंड लैंड म्यूटेशन एक्ट 2020!एसपी ने कहा कि लोगों को पैनिक करने के लिए इस तरह का काम किया गया है. सदर एसडीपीओ को मामले की जांच का निर्देश दिया गया. एसडीपीओ अमर कुमार पांडेय ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
उन्होंने बैनर लगाने के पीछे असामाजिक तत्वों का हाथ होने की आशंका जतायी है. उन्होंने कहा कि मामले की टेक्निकल सेल व ह्यूमन विंग से जांच करायी जा रही है. जल्द पता लगा लिया जायेगा कि बैनर को किसने लगाया है.
जानकारी के अनुसार, बुधवार सुबह करीब 5 बजे मंगलाहाट स्थित चप्पल-जूते के दुकानदारों ने दुकान के पास लगे बैनर को देखा. इसी बीच, सदर थाना का एक जवान वहां पहुंचा. बैनर को खोलकर अपने साथ ले गया. इसके बाद बिरसा मुंडा क्रिकेट स्टेडियम परिसर की दुकान के बाहर लगे बैनर को भी उतार दिया गया.
Also Read: विधायक बंधु तिर्की ने झारखंड लैंड म्यूटेशन बिल 2020 को क्यों कहा ‘काला कानून’मंगलाहाट व क्रिकेट स्टेडियम दोनों कोल्हान प्रमंडल के मुख्यालय चाईबासा शहर के बीच में स्थित है. तमाम बड़े पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी इस शहर में रहते हैं. वैसे में इन स्थानों पर नक्सलियों की ओर से बैनर लगाये जाने की चर्चा शहर में दिन भर होती रही.
नक्सलियों ने बैनर हो भाषा में लिखा है. इसमें गांव-गांव में नक्सली फौज खड़ी करने व संयुक्त मोर्चा बनाने की अपील की है. वहीं, गांव में से पुलिस कैम्प हटाने के लिए एकजुट होने का आह्वान किया है. लोगों से सारंडा एक्शन प्लान का विरोध करने व पेशा कानून के तहत ग्रामसभा करने की अपील की गयी है.
Posted By : MIthilesh Jha