Coronavirus in Jharkhand, Chaibasa news : चाईबासा (अभिषेक पीयूष) : कोरोना वायरस संक्रमण का डर लोगों के अंदर इस कदर हावी हो गया है कि सभी इससे सहमे हुए हैं. साथ ही इससे बचने के लिए लोग तरह- तरह के उपाय तलाश रहे हैं. पश्चिमी सिंहभूम जिले में कोरोना के दस्तक के बाद से ही खासकर चाईबासा और चक्रधरपुर शहरी क्षेत्र के लोग अपनी इम्युनिटी पावर को मजबूत करने में जुटे हैं. यही वजह है कि जिले के चाईबासा एवं चक्रधरपुर शहरी क्षेत्र के लोग अपनी-अपनी इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत करने के लिए अबतक लाखों रुपये का विटामिन-सी और जिंकयुक्त मल्टीविटामिन टेबलेट गटक गये हैं.
पश्चिम सिंहभूम जिला मुख्यालय चाईबासा और चक्रधरपुर शहरी क्षेत्र के लोग मई से सितंबर, 2020 तक विगत 5 महिनों के अंदर क्षेत्र के केमिस्ट दुकानों से विटामिन-सी एवं मल्टीविटामिन टेबलेट्स की तकरीबन 30 लाख रुपये तक की बिक्री हुई है. इसमें चाईबासा में प्रत्येक माह 3.5 लाख, जबकि चक्रधरपुर में 2.5 लाख तक की मल्टीविटामिन टेबलेट्स की बिक्री हुई है. ऐसे में जिले के शहरी क्षेत्र के केमिस्ट दुकानों में मल्टीविटामिन समेत विटामिन-सी टेबलेट्स की मांग में भी काफी इजाफा हुआ है.
हालांकि, केमिस्ट बिना पर्ची के सर्दी, जुखाम, बुखार आदि की दवाएं सीधे तौर पर लोगों को नहीं दे रहे है. चूंकि, विटामिन-सी समेत मल्टीविटामिन टेबलेट्स की खरीदारी के लिए लोगों को चिकित्सकों के द्वारा लिखी गयी पर्ची की आवश्यकता नहीं होती है. इस कारण सामान्य लोगों के साथ ही अन्य दवा लेने केमिस्ट की दुकान पहुंच रहे लोग भी विटामिन-सी एवं मल्टीविटामिन दवाओं की खरीद कर रहे हैं.
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जिले में कोरोना के केस में इजाफा होने के बाद अपनी इम्युनिटी पावर को बढ़ाने के लिए लोगों ने खान-पान के साथ विटामिन की दवाओं को भी प्राथमिकता दी है. इतना ही नहीं, कई लोग मौसमी बीमारियों से बचने के लिए भी इनका सेवन करने लगे हैं. यही कारण है कि जिले के चाईबासा एवं चक्रधरपुर शहरी क्षेत्रों के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी विटामिन-सी एवं जिंकयुक्त मल्टीविटामिन दवाओं की मांग बढ़ी है. ऐसे में जिले में दवा के थोक विक्रेताओं के साथ ही केमिस्ट रिटेलर की दुकानों में भी विटामिन-सी समेत मल्टीविटामिन दवाओं की डिमांड बढ़ गयी है. दरअसल, जिन लोगों की इम्युनिटी कमजोर रहती है, उन पर कोरोना तेजी से हमला करता है. इसीलिए लोग इम्युनिटी पावर को बढ़ाने के लिए मल्टीविटामिन एवं विटामिन-सी की खुराक ले रहे हैं. इसे देखते हुए बाजार में कई कंपनियों की मल्टीविटामिन दवाईयां भी उपलब्ध है, जो बच्चों से लेकर वयस्क तक को दी जा रही है.
चाईबासा सदर प्रखंड के मेडिकल ऑफिसर डॉ जगन्नाथ हेम्ब्रम ने बताया कि कोरोना वायरस को लेकर डरने की जरूरत नहीं है. हां, कुछ लोग इससे भयभीत जरूर हैं, लेकिन उन्हें डर से ज्यादा जागरूक होने की आवश्यकता है. दरअसल, जिन लोगों की इम्युनिटी पावर कमजोर होती है. उनपर कोरोना का वायरस तेजी से हमला करता है. इस कारण अपने इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए कोई भी विटामिन-सी समेत जिंकयुक्त मल्टीविटामिन टेबलट्स का सेवन कर सकता है. ऐसे में देखा जाये, तो युवाओं समेत स्वस्थ्य व्यक्ति भी मल्टीविटामिन टेबलेट्स खा सकते है. बुजुर्गों के साथ ही अन्य बीमारी से ग्रसित व्यक्तियों एवं कोरोना मरीजों को चिकित्सक के द्वारा मल्टीविटामिन टेबलेट्स खाने की सलाह दी जा सकती है. मल्टीविटामिन टेबलेट्स के सेवन से शरीर में पानी, जिंक, फोलोरिक्स एसिड मेंटेन रहती है. जिससे थकावट दूर होती है, लेकिन विटामिन-सी एवं मल्टीविटामिन टेबलेट्स के अलावा अन्य कोई भी दवा का सेवन बिना पर्ची के ना करें.
चाईबासा के सनराइज हॉस्पिटल के चिकित्सक डॉ आरके सिंह ने बताया कि सरकार के गाईडलाइन के अनुसार, चिकित्सकों द्वारा भी इम्युनिटी को बढ़ाने के लिए विटामिन-सी की टेबलेट लेने की सलाह दी जा रही है, लेकिन मल्टीविटामिन टेबलेट्स की खपत अधिक मात्रा में होने का मतलब है कि अधिकांश लोग खुद से केमिस्ट की दुकानों में पहुंच कर दवा ले रहे हैं. चूंकि, मल्टीविटामिन टेबलेट का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है. इस कारण भी सामान्य लोग विटामिन-सी के साथ मल्टीविटामिन टेबलेट ले रहे हैं. इससे शरीर को कोई भी नुकसान नहीं है. शरीर को जितनी विटामिन की आवश्यकता होती है. वो शरीर टेबलेट से ऑब्जर्ब कर लेता है. वहीं बाकी बची हुई चीजें पानी पीने के बाद व्यक्ति के शरीर से पेशाब के रास्ते बाहर निकल जाता है. यानी शरीर को टेबलेट की जिस मात्रा की आवश्यकता नहीं है. वो शरीर अब्जर्ब नहीं करता है.
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पश्चिमी सिंहभूम केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के सचिव रमेश खिरवाल ने कहा कि जिले के शहरी क्षेत्र के अधिकांश लोग अपनी इम्यूनिटी पावर को मजबूत बनाने के लिए विटामिन-सी के साथ ही मल्टीविटामिन दवाओं का सेवन कर रहे हैं. इस कारण जिले में विटामिन-सी के स्टॉक में भी गिरावट आयी थी, लेकिन डिमांड के बावजूद इस बार विटामिन की दवाओं की रेट में कोई बढ़ोतरी देखने को नहीं मिली है. चूंकि, विटामिन-सी एवं मल्टीविटामिन के लिए पर्ची की जरूरत नहीं है. इस कारण केमिस्ट की दुकानों में इसे लोगों को उपलब्ध करा दिया जा रहा है. जिले में कोरोना के केस में इजाफा होने के बाद चाईबासा एवं चक्रधरपुर शहरी क्षेत्रों में प्रत्येक माह 6 लाख रुपये तक की विटामिन की दवाओं की बिक्री हुई है.
Posted By : Samir Ranjan.