चाईबासा.अखिल भारतीय क्रांतिकारी आदिवासी महासभा के बैनर तले आदिवासी जमीन मालिकों ने झींकपानी के बिष्टुमपुर से इलीगड़ा गांव तक पदयात्रा की. जिसका नेतृत्व महासभा के केंद्रीय अध्यक्ष जॉन मिरन मुंडा, जिलाध्यक्ष मानसिंह तिरिया और जिला उपाध्यक्ष माधव चंद्र कंकल ने की. इलीगड़ा गांव में बैठक में आदिवासी जमीन मालिकों ने एनएच-75 सड़क पर आरओबी निर्माण के लिए जबरन बिना ग्राम सभा किये जमीन अधिग्रहण का विरोध किया. जमीन मालिकों ने कहा कि आज सड़क निर्माण में भारी अनियमितता बरतने के कारण काफी परेशानी हो रही है. अधूरे सड़क निर्माण के कारण धूल से पिछले दो सालों से परेशानी हो रही है और लोग बीमार भी हो रहे हैं. लेकिन जिला प्रशासन इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. लोगों ने कहा कि सरकार सड़क के ऊपर या नीचे से निर्माण करे, इसके लिए पूरा समर्थन दिया जायेगा. लेकिन गांव के बीचों बीच अगर जमीन लेकर सड़क बनाने की कोशिश होगी, तो इसका पूरा विरोध करेंगे.
बिरसा मुंडा के सपनों का राज्य है झारखंड : मुंडा
केंद्रीय अध्यक्ष श्री मुंडा ने कहा कि हमारा संगठन हमेशा से एनएच-75 सड़क निर्माण के लिए समर्थन करते हुए आ रहा है, लेकिन जिस तरह से आरओबी निर्माण के लिए बिना ग्राम सभा कर अधिग्रहण किया जा रहा है, वह आदिवासी इलाकों के नियम के विरुद्ध है. हमारे इलाके में वर्तमान ग्रामीण मुंडा ग्राम सभा के नियमों को नहीं जानने के कारण विकास कार्यों में विवाद उत्पन्न हो रहा है. उन्होंने कहा कि राज्य बिरसा मुंडा के सपनों का झारखंड है और जमीन ही आदिवासी की अंतिम पूंजी है. 25 फरवरी को जिला उपायुक्त के समक्ष नंग धड़ंग प्रदर्शन कर राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा जायेगा. बैठक में काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है