कोल्हान विवि: विश्वविद्यालय शिक्षकों, शिक्षकेतर कर्मियों को इंटरनल सोर्स से करेगा वेतन भुगतान
चाईबासा.
कोल्हान विश्वविद्यालय के स्थायी समेत रिटायर्ड कर्मियों, अनुबंधित कंप्यूटर ऑपरेटर व आउटसोर्स कर्मियों का वेतन निर्गत करने की प्रक्रिया में अब समय लगेगा. वेतन निर्गत करने से पहले विश्वविद्यालय को कई कागजात की पड़ताल करनी होगी. राजभवन से इस संबंध में निर्देश मिलने के बाद इसकी जांच-पड़ताल शुरू कर दी गयी है. राजभवन से प्राप्त निर्देश के अनुसार, सबसे पहले विश्वविद्यालय व विभिन्न अंगीभूत कॉलेजों में अपनी सेवा प्रदान कर रहे पेंशनरों को वेतन प्रदान किया जाना था. इसके बाद शिक्षक व शिक्षकेतरकर्मियों व आउटसोर्स कर्मियों को वेतन का भुगतान किया जाना था. अब सारे कागजातों की पड़ताल के बाद ही वेतन निर्गत करने की प्रक्रिया पूरी की जा सकेगी. समय पर वेतन नहीं मिलने से शिक्षकों, शिक्षकेतरकर्मियों के साथ ही पेंशनर भी परेशानी महसूस करने लगे हैं. विश्वविद्यालय सूत्रों के अनुसार, कुलपति के निर्देशानुसार कागजातों की बारीक जांच की प्रक्रिया शुरू की गयी है. इसके पूरा होने तक वेतन की निकासी अवरुद्ध रहेगी.
नीड बेस्ड शिक्षकों के कागजात की होगी जांच.
विश्वविद्यालय की ओर से सभी नीड बेस्ड शिक्षकों के सर्टिफिकेट की जांच की जा रही है. जिसके बाद ही उनका वेतन निर्गत करने के लिए नियम संगत कार्रवाई करेगा. इसे लेकर विश्वविद्यालय में चर्चाओं का बाजार है.
विश्वविद्यालय इंटरनल सोर्स से करेगा भुगतान.
विश्वविद्यालय में वित्तीय अनियमितता के मामले सामने आने के बाद अब कागजातों की बारीक जांच-पड़ताल शुरू कर दी गयी है. केयू प्रशासन अब किसी भी तरह की चूक के मूड में नहीं है. राजभवन से प्राप्त निर्देश के आलोक में कुलपति समेत कुलसचिव व वित्त पदाधिकारी कई दौर की वार्ता कर चुके हैं. फाइलों की पड़ताल की जा रही है. संबंधित केयू कर्मियों के अलावा आउटसोर्स कर्मियों के भी वेतन का भुगतान इस बार विश्वविद्यालय अपने इंटरनल सोर्स से करेगा. इस संबंध में किसी भी तरह की आर्थिक गतिविधि के संचालन के लिए आवश्यक निर्देश लेना पड़ रहा है.